मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में जुटी नगर पुलिस
सीतामढ़ी : पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रणधीर कुमार की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस को एक कथित पुजारी पर शक है. हालांकि पुलिस अनुसंधान का विषय बता फिलहाल कुछ बताने से इनकार कर दिया है.
अधिवक्ता द्वारा 50 लाख में बिक्री किया गया मकान तथा डुमरा में जमीन बिक्री से मिले कैश की वजह से भी हत्या को जोड़ कर देखा जा रहा है. रून्नीसैदपुर थाना के बयना गांव के मूल निवासी अधिवक्ता रणधीर कुमार की नशे की लत ने उसके खुशहाल परिवार को एकबारगी बरबादी के रास्ते पर ला खड़ा किया. उसकी संगत हाल फिलहाल एक कथित पुजारी से हो गया था.
पुजारी के बताये रास्ते पर चल कर ही उसने न सिर्फ गुदरी रोड के वार्ड संख्या-16 स्थित पैतृक मकान बेच दिया, बल्कि उक्त मकान बिक्री के एवज में मिले रुपये से डुमरा में जमीन भी लिखवाया. बाद में उसने 30 अगस्त को उक्त जमीन बेच दी. जमीन और मकान बिक्री के एवज में मिले कैश को उसने घर में हीं रख दिया. गलत आदतों से मजबूर अधिवक्ता का उठना बैठना कुछ संदिग्ध चरित्र के लोगों से हो गया और घर में शराब की बोतलें खुलने लगी.
हत्यारों ने जिस अंदाज में उसे मौत के घाट उतारा है, वह काफी डरावना लगता है. उसके हाथों पर बड़े-बड़े फोड़े पर चुके थे, इससे यह जाहिर होता है कि हत्या से पूर्व शारीरिक तौर पर उसे काफी टॉर्चर किया गया था.