सीतामढ़ी : नगर परिषद क्षेत्र का हाल बेहाल है. हर वार्ड में समस्याएं ही समस्याएं हैं. खास कर नाले की सफाई व जलजमाव गंभीर समस्या बनी हुई है. प्रभात खबर ने शहर के लोगों से शहर का हाल जानने के लिए एक मुहिम शुरू की है. इसके तहत लोगों की प्रतिक्रियाएं ली जा रही हैं.
बुधवार को शहर के विभिन्न वार्डो से लोगों ने प्रभात खबर को कॉल कर समस्याओं से अवगत कराया. लोगों ने विकास के करीब-करीब हर मामले में नगर परिषद् को जीरो नंबर दिया. पार्षदों के प्रति तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी. कुछ ने तो नगर परिषद को नरक परिषद की संज्ञा दे दी.
इसके पीछे तर्क भी दिया कि नगर परिषद के स्तर से विकास का कार्य हुआ ही नहीं, बल्कि वार्डो का हाल और बुरा होते चला गया. वार्डो के विकास, वार्ड आयुक्तों की कार्यशैली व विभाग की तत्परता पर लोगों की प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार हैं.
* वार्ड का नहीं, पार्षदों का विकास
नगर परिषद वार्ड नंबर-11 के गुंजन कुमार कहते हैं कि भले ही वार्ड का विकास नहीं हुआ है, लेकिन नप सभापति व वार्ड पार्षद का विकास जरूर हुआ है. मारवाड़ी मध्य विद्यालय के समीप क्रॉस जोन ध्वस्त हो गया है. हल्की बारिश में भी नाले का पानी सड़क पर आ जाता है.
वार्ड पार्षद धनंजय कुमार से शिकायत करने पर कहा जाता है कि वे उक्त समस्या से लिखित तौर पर नगर परिषद को अवगत करा चुके हैं. यही जवाब बार-बार दिया जाता है. कहा महावीर मंदिर की बगल वाली गली में कूड़ा का अंबार है. उसकी सफाई कराने की किसी को चिंता नहीं है.
मंदिर का ख्याल कर इसके चारों ओर साफ -सफाई की नैतिक जिम्मेदारी नगर परिषद की है. कहा, वार्ड में एक चापाकल है और वह भी खराब है. यह कहने में दो मत नहीं कि नगरपालिका नरकपालिका बन गयी है.
* जलजमाव सबसे बड़ी समस्या
वार्ड नंबर-8 के नीरज प्रकाश कहते हैं कि वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है. सबसे गंभीर समस्या जल निकासी की है. नाला की सफाई नहीं करायी जाती है. बारिश होने पर नाले का पानी घरों में घुस जाता है. सड़क पर पूर्व से सोलिंग था. जगह-जगह ईंट उखड़ गयी है. वार्ड मे रोशनी की भी व्यवस्था नहीं है. पार्षद से शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन दिया जाता है.
* विकास नहीं, वसूली में हैं फंसे
वार्ड नंबर-11 के अमित कुमार कहते हैं कि उनके वार्ड में तो मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है. सोलर लाइट नहीं लगा. कोर्ट बाजार से जानकी स्थान जाने वाली रोड पर ध्यान देना चाहिए था. रहनुमा विकास नहीं, बल्कि कमीशन की वसूली में लगे हुए हैं. जनता की चिंता नहीं है, चिंता इस बात की है कि वे कैसे खुश रहें.
* वर्षो हो गये नाले की सफाई हुए
वार्ड नंबर-10 के अभय प्रसाद कहते हैं कि लोहापट्टी-महावीर स्थान वाली सड़क किनारे गंदगी का अंबार है. कूड़-करकट सड़कर बदबू देता है. सड़क किनारे बसे लोगों का जीना मुहाल हो गया है. नाला भी जाम है. वर्षो पूर्व नाले की सफाई करायी गयी थी. बताया कि शहर के हर वार्ड का कुछ ऐसा ही हाल है. दीपक स्टोर्स से लेकर सोसाइटी नामक मिठाई दुकान से आगे तक नाले की सफाई करीब पांच वर्ष पूर्व क रायी गयी थी. उसके बाद सफाई पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया.
* अब तक नाला बना ही नहीं
वार्ड नंबर-21 मेला रोड निवासी व दवा दुकानदार नितेश कुमार कहते हैं कि रिंग बांध मंदिर से संजय टोडी के घर तक आज तक नाला बना ही नहीं. बगल के वार्ड नंबर-19 व 20 में नाला है. नाला के अभाव में पानी के कारण कभी-कभी आपस में मारपीट की नौबत आ जाती है. वार्ड आयुक्त पप्पु मिश्र से शिकायत के बावजूद समस्या का निदान नहीं हुआ.
* वार्ड पार्षद की सदस्यता हो समाप्त
वार्ड नंबर-8 जानकी स्थान के निर्मल कुमार कहते हैं कि नप सभापति धन्यवाद के पात्र हैं जो डॉ राजेश खन्ना की क्लिनिक के बगल की गली में सफाई कार्य कराये हैं. उक्त गली की सफाई कराये करीब 40-45 वर्ष हो गये थे.
इस कार्य के लिए उपाध्यक्ष भी धन्यवाद के पात्र हैं. साथ ही दोनों से आग्रह है कि वार्ड में खराब चापाकलों को ठीक कराये और नाले की भी सफाई कराये, ताकि जल निकासी सुचारु रूप से हो सके. कहा कि दो बार चुनाव जीतने के बावजूद वार्ड पार्षद द्वारा कोई विकास कार्य नहीं कराया गया है. उनकी सभापति से मांग है कि उनके वार्ड पार्षद मंजू देवी की सदस्यता समाप्त कर दें.
* लोगों को नहीं दी जाती खबर
वार्ड नंबर-13 के नरोत्तम व्यास कहते हैं कि वार्ड के लिए कितना चापाकल व सोलर लाइट स्वीकृत हुआ, कितना लगा, की कोई खबर वार्ड के लोगों को नहीं दी जाती है. सफाई का हाल कुछ हद तक ठीक है. दो स्वीपर वार्ड के कभी इस कोना तो कभी उस कोना में सफाई करते नजर आते हैं. कहा कि वार्ड पार्षद उपेंद्र प्रसाद नायक का वार्ड के लोगों से जुड़ाव नहीं है.
* हर व्यवस्था का बुरा हाल
शहर के महंत साह चौक के सन्नी ठाकुर कहते हैं कि शहर में जाम की समस्या बराबर बनी रहती है. रोशनी के लिए भेपर लाइट की व्यवस्था नहीं है. सबसे बदतर हाल साफ-सफाई की है.
* स्थल तय, चापाकल का पता नहीं
वार्ड नंबर-8 के आशीष कुमार कहते हैं कि चापाकल लगाने के लिए स्थल तय किया गया, लेकिन आज तक चापाकल नहीं लगाया गया. पूर्व में जो चापाकल लगा था वह खराब है. छह माह पूर्व सभापति ने वार्ड में सोलर लाइट लगाने का आश्वासन दिया था, जो पूरा नहीं हुआ.
* 28 में से मात्र पांच वार्डो का विकास
भाजपा नेता राधाकृष्ण प्रसाद कहते हैं कि शहर के 28 में से मात्र पांच वार्ड का ही विकास हो पाया है. वे वार्ड नंबर-8 में रहते हैं. उनके वार्ड में कोई काम नहीं हुआ है. न तो नाला की सफाई करायी गयी है और न ही एक भी चापाकल व सोलर लाइट लगाया गया है.
* वार्ड आयुक्त नहीं देते ध्यान
वार्ड नंबर-25 के अब्दुल कादिर कहते हैं कि उनके वार्ड पार्षद अरुण यादव हैं. समस्याओं से बार-बार अवगत कराने के बावजूद ध्यान नहीं देते हैं. वार्ड में कूड़ा का ढेर लगा है. नाला की सफाई नहीं करायी जाती है.
* समस्याओं से पार्षद भी तंग
वार्ड पार्षद सह जिला योजना समिति के सदस्य धनंजय कुमार ने कहा है कि दो दिन लगातार बारिश हो जाये तो शहर में सभापति की सफाई व्यवस्था की पोल खुल जायेगी. कहा, नाला-नासी जाम है. रौशन पान भंडार, सोनापट्टी से नीरा साह पुल तक कूड़ा का अंबार लगा है. गोला रोड में सत्य नारायण केसरी के घर के समीप क्रॉस डेन क्षतिग्रस्त है.
सभापति की तानाशाही रवैये के कारण समस्याओं के निदान की दिशा में कार्रवाई नहीं हो पा रही है. वार्ड-11 में न तो सोलर लगा और न ही चापाकल. वार्ड नंबर-15 में पूर्व न्यायिक पदाधिकारी हरेकृष्ण प्रसाद के घर के समीप 50-55 फिट में नाला टूटा हुआ है. कोर्ट बाजार शिव मंदिर के समीप कूड़ा का अंबार है. नगर के विकास की रूप रेखा तैयार कर प्रस्ताव पारित किये गये, पर एक भी प्रस्ताव पर अमल नहीं किया गया.