सीतामढ़ी : जिले के लोगों को पिछले करीब एक पखवाड़े से भी अधिक समय से गरमी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन पिछले तीन दिनों के अंदर सूरज की तपिश ने लोगों को जिस प्रकार से गरमी का एहसास कराया है, उससे लोग परेशान है.
शनिवार का दिन 40 डिग्री तापमान के साथ इस सीजन में अब तक का सबसे गर्म दिन रहा. सुबह 10 बजे के बाद से ही सड़कें खाली-खाली नजर आने लगी. आमतौर पर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी खालीपन नजर आया. सड़कों पर इक्के-दुक्के वाहनों का ही परिचालन देखने को मिला. पूर्वाह्न करीब 11 बजे तक सूरज की तपिश ने पूरे फिजां को अपने आगोश में ले लिया, जिसके बाद से लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना भी किसी जंग जीतने से कम जैसा नहीं रह गया था.
ग्रामीण क्षेत्रों में सफर करने वाले राहगीरों को जगह-जगह सड़कों के किनारे छायादार वृक्षों के नीचे छुपकर गरमी से बचने की कोशिश करते देखा गया. शहर की बात करें तो हमेशा जाम से परेशान रहने वाले शहर के चौक-चौराहे व सड़कें खाली-खाली देखने को मिला. कुल मिलाकर पूर्वाह्न 11 से शाम तीन बजे तक सूरज की तपिश ने सड़कों पर पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया है.
फुटपाथियों व मजदूरों की मुसीबत बढ़ी
सड़कों पर कारोबार करने वाले फुटपाथी दुकानदारों समेत रिक्शा-ठेला चालकों की मुसीबतें बढ़ गयी है. तेज धूप निकलने के चलते उनका कारोबार प्रभावित होने लगा है. बेचैन कर देने वाले धूप से बचने के लिए फुटपाथियों व रिक्शा-ठेला चालकों को कारोबार छोड़कर किसी छायेदार जगहों पर शरण लेते देखा जा रहा है.
यहां तक कि ट्रैफिक नियंत्रण को तैनात पुलिस कर्मियों को भी सूरज की तपिश से बचने के लिए पोस्ट छोड़कर पास स्थित किसी छायादार शेड में छुपते देखा जा रहा है. वहीं, रेलवे स्टेशन, सदर अस्पताल, सरकारी बस पड़ाव समेत अन्य सभी सार्वजनिक जगहों पर सन्नाटा जैसा दृश्य देखने को मिलने लगा है.