सीतामढ़ी : कोर्ट परिसर में आठ दुकानों में आग लगने से हुई क्षति से यहां के कारोबारी आहत होने के साथ ही आक्रोशित भी है. घटना के विरोध में मंगलवार को दूसरे दिन भी दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी. बाद में आंबेडकर स्थल पर दुकानदारों की एक बैठक हुई, जिसमें सुरक्षा के मुद्दे पर […]
सीतामढ़ी : कोर्ट परिसर में आठ दुकानों में आग लगने से हुई क्षति से यहां के कारोबारी आहत होने के साथ ही आक्रोशित भी है. घटना के विरोध में मंगलवार को दूसरे दिन भी दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी. बाद में आंबेडकर स्थल पर दुकानदारों की एक बैठक हुई, जिसमें सुरक्षा के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया.
इस दौरान संघ का भी गठन किया गया. राकेश कुमार संघ के अध्यक्ष तो रमण सिंह उपाध्यक्ष व राजा प्रसाद कोषाध्यक्ष चुने गये. संघ के सदस्य के रूप में अरविंद कुमार श्रीवास्तव, वीरेंद्र प्रसाद, विनोद साह, जितेंद्र राय, मुस्तकीम, रविंद्र, सुरेंद्र पटेल व शंकर पटेल समेत अन्य शामिल किये गये.
दुकान बंद रहने से परेशानी बढ़ी: दुकानदारों की हड़ताल से न्यायालय में आनेवालों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. एक चाय तक की दुकान नहीं खुली थी. फोटो स्टेट की दुकान बंद रहने से दूर-दराज से आये पक्षकारो को अपने मुकदमे में कागजात को दाखिल करने के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ी.
मेजरगंज से पैरवी में आये रामस्वार्थ राय व सहियारा से आये विलास दास ने बताया कि घर से खाना खाकर नहीं चले थे, दुकान बंद रहने से भूखा रहना पड़ा.
डीएम से सुरक्षा की मांग : दुकानदारों ने एसडीओ के बाद मंगलवार को डीएम को भी आवेदन दिया, जिसमें घटना के बारे में जानकारी देने के साथ ही सुरक्षा की मांग की गयी. आवेदन में दुकानदारों ने कहा है कि उनके जीविकोपार्जन का एक मात्र आधार व्यवसाय है. अगलगी की घटना से प्रभावित दुकानदारों की क्षतिपूर्ति करने की मांग की गयी है. डीएम से इस तरह की घटना पर रोक लगाने के लिए रात्रि गश्ती कराने, कोर्ट परिसर में दो गार्ड की तैनाती कराने व जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग की है. बैठक में आनंद कुमार, सीताराम प्रसाद, राजीव वर्मा, रंजन श्रीवास्तव व रमेश मंडल समेत दर्जनों दुकानदार मौजूद थे.
तीन दिसंबर का दिन अशुभ साबित हो रहा: डुमरा कोर्ट. इसे ईश्वरीय संयोग समझे या फिर असामाजिक तत्वों की करतूत. तीन दिसंबर की तारीख कोर्ट कंपाउंड के लिए विगत 5-6 वर्षों से अशुभ साबित हो रहा है. उस तारीख को किसी न किसी तरह की अप्रिय घटना का सामना करना पड़ता हैं. वर्ष तीन दिसंबर 2016 को किराना व्यवसायी विनोद कुमार की दुकान में आग लग गयी. उसी दिन मंसूर ट्रेलर की दुकान में भी दो दो बार आग लगी.