सीतामढ़ीः बथनाहा सीओ के फर्जी हस्ताक्षर से दर्जन भर से अधिक एलपीसी जारी किये जाने का मामला सामने आया है. इसमें कौन लोग शामिल हैं, इसका खुलासा जांच के दौरान होगा. फिलहाल अंचल कार्यालय के अनुसेवी देवेंद्र कुमार का नाम सामने आया है. सीओ ने डीएम से देवेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है. खास बात ये है, सीओ के फर्जी हस्ताक्षर से एलपीसी निर्गत करने का यह मामला केवल बथनाहा अंचल से नहीं जुड़ा हुआ है. इस्में सोनबरसा अंचल भी शामिल है. जमीन किसी की और एलपीसी किसी के और नाम से निर्गत करने का मामला तो करीब-करीब सभी अंचलों में हैं.
बैंकों से केसीसी व लोन के लिए आवेदन के साथ भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र यानी एलपीसी जमा करना होता है. बथनाहा अंचल से कई एलपीसी निर्गत किये गये हैं. लोन के लिए जारी की गयी एक एलपीसी को बैंक ने सीओ के पास जांच के लिए भेजा, तो मामला सामने आया. पता चला, सीओ के जाली हस्ताक्षर कर एलपीसी जारी की गयी है.
अनुसेवी का नाम उजागर . सीओ ने संबंधित कर्मी हरि दर्शन पासवान से पूछताछ की तो पता चला, फर्जी हस्ताक्षर अनुसेवी देवेंद्र कुमार दास ने किये हैं. सीओ को शक हुआ, कहीं पूर्व में पदस्थापित सीओ के भी फर्जी हस्ताक्षर से एलपीसी निर्गत तो नहीं किया गया है. वे गोपनीय तरीके से इसकी जानकारी करने में जुटे. तब यह पता चला कि पूर्व में पदस्थापित सीओ के समय में भी फर्जी हस्ताक्षर से एलपीसी निर्गत किया गया है.
कार्रवाई के बजाय चेतावनी
खास बात यह है, इतना गंभीर आरोप होने के बाद भी सीओ ने अनुसेवी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, बल्कि उसे कर्मचारियों के सामने मौखिक चेतावनी देकर छोड़ दिया. हालांकि मामला सामने आने के बाद सीओ ने इससे संबंधित रिपोर्ट एसपी के पास भेजी. रिपोर्ट के साथ 24 पóो का फर्जी हस्ताक्षरयुक्त एलपीसी भी है. सीओ ने डीएम को बताया है, उक्त अनुसेवी की यह कार्यशैली बिहार लोकसेवक आचार नियमावली 1976 के नियम 3(1) एवं (2) के विरुद्ध है. उन्हें शंका है कि अनुसेवी देवेंद्र दास ने वित्तीय अनियमितता के साथ गलत आदेश पारित करा लिया होगा. डीएम से मामले की जांच कराने कराने की सिफारिश सीओ ने की है. जांच में दोषी पाये जाने पर अनुसेवी के खिलाफ कार्रवाई करने का की अनुसंशा की है.
बथनाहा सीओ अनिल कुमार सिन्हा ने बताया, उनसे पूर्व के सीओ ने डीएम को रिपोर्ट किया गया है. कहा कि, डीएम के स्तर पर मामला लंबित है. वहां से निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.