सासाराम सदर. शहर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा चाचा फागुमल साहिब जी के दर्शन करने मंगलवार को गुरुद्वारा गुरु नानक आश्रम बरोठा रोड डाबरा ग्वालियर से करीब डेढ़ सौ की संख्या में संगत पहुंच कर गुरुद्वारा में हाजिरी लगायी. दर्शनार्थी सुबह की दीवान में हाजिरी लगाते हुए संगत की अगुवाई करने वाले बाबा गुरमेज सिंघ ने बताया कि चाचा फगुमल साहिब के दर्शन के बाद हमलोगों को पटना साहिब जाना है. बड़े दिनों से संगत की लालसा थी, जो आज बिहार के पावन पवित्र स्थान पर गुरु साहिब जी के पड़े धरोहरों का दर्शन कर पूर्ण हो गयी. गुरु महाराज ने आज हम सारी संगत की मुरादें पूरी कर दी. संगत की अगुवाई सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जत्थेदार अधिवक्ता सरबजीत सिंघ खालसा अपनी पूरी संगत के साथ किया. अमृतवेले के दीवान में हाजिरी भरते हुए हजूरी रागी जत्था विकास सिंघ, पंकज सिंघ, बहन खुशबू कौर, हरमीत कौर ने गुरबाणी का गायन की. इसके अलावा हेड ग्रंथी रणजीत सिंघ ने यात्रा की सकुशल आगमन व संपन्न होने की अरदास की. मौके पर गुरु महाराज के अनमोल धरोहरों के दर्शन व विस्तार पूर्वक सासाराम के गौरवमयी इतिहास की जानकारी से सरबजीत सिंह खालसा ने संगत रुबरु कराया. प्रधान सुचित सिंघ ने जत्था के मुखी बाबा गुरमेज सिंघ जी को सिरोपा देकर सम्मानित किया. मीत प्रधान मंजीत सिंघ, जनरल सेक्रेटरी सुमेर सिंघ, सचिव हरगोविंद सिंघ, कोषाध्यक्ष चरणजीत सिंघ, धर्मेंद्र सिंघ, कमलजीत सिंघ, भोला सिंघ, गुरमुख सिंघ, अर्जुन सिंघ, शिवम कुमार, प्रिंस कुमार, राकेश साहु, सुनीता कौर, भारती कौर, रंजना कौर, पल्लवी कौर ने संगत पूरा सहयोग किया. गुरु का लंगर छकने के बाद सारी संगत तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के लिए प्रस्थान किया.
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