कोचस. नगर पंचायत में कार्यरत स्वच्छता साथियों की प्रतिनियुक्ति राजस्व महाभियान में कर दिया गया है. इससे नगर क्षेत्र में कूड़े-कचरे के रखरखाव के लिए चलाये जा रहे अभियान प्रभावित होने लगा है. बताया जाता है कि नगर विकास व आवास विभाग ने विशेष रूप से नगर निकाय क्षेत्रों में शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए लोगों को जागरूक करना व उन्हें उतरदायी बनाना, नागरिकों की भूमिका पर उन्हें जागरूक करना, नागरिकों को स्वच्छ परिवेश के लाभों के प्रति सचेत करना, कचरा मुक्त शहर बनाने के लिए वांछित व्यवहार अपनाने हेतु प्रेरित करना आदि उद्देश्यों के साथ स्वच्छता साथियों को नियुक्त किया था. लेकिन, विभाग के सारे नियमों व शर्तों को दरकिनार कर नगर प्रशासन ने स्वच्छता साथियों की प्रतिनियुक्ति राजस्व महाभियान में कर दी. इसे लेकर शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर कौतूहल का माहौल बना हुआ है. जानकारी के अनुसार, जिला राजस्व शाखा ने कार्यालय ज्ञापांक 3009, 27 अगस्त के माध्यम से भूमि राजस्व विभाग की ओर से राजस्व महाभियान के दौरान नगर क्षेत्र में जमाबंदी वितरण के लिए नगर निकाय के कर्मियों की सेवा उपलब्ध कराने की मांग नगर इओ से की थी. इसमें सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी प्रीति आर्या व नगर पर्यवेक्षक प्रकाश कुमार का नाम शामिल था. लेकिन, नगर प्रशासन ने मनमानी तरीके से नगर पंचायत में कार्यरत स्वच्छता साथियों विरेंद्र कुमार, जितेंद्र शर्मा, श्रीकांत पासवान, विशाल कुमार और शबनम आरा की प्रतिनियुक्ति राजस्व महाभियान में कर दी. जबकि, नियमानुसार स्वच्छता साथियों को स्वच्छता अभियान से अन्यत्र किसी भी क्षेत्र में प्रतिनियुक्त नहीं करना है. इस संबंध में सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी प्रीति आर्या ने अनभिज्ञता जाहिर की है. वहीं, नगर इओ ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि राजस्व महाभियान में स्वच्छता साथियों की प्रतिनियुक्ति नियमानुसार की गयी है. …..कूड़े-कचरे के रखरखाव के लिए चल रहे अभियान होने लगा प्रभावित
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