गड़खा/दरियापुर : मोबाइल दुकानदार युवक की अपराधियों द्वारा गोली मार कर हत्या तथा लूट की घटना के बाद इलाके के लोग दहशत में हैं. घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर अपने आक्रोश का इजहार किया, जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल हो गये. बताते चले कि घटना अवतार नगर थाना क्षेत्र के खेमा ब्रह्मस्थान के समीप घटी.
मृतक डेरनी थाने के धनौती गांव निवासी गौरीशंकर सिंह के 22 वर्षीय पुत्र लालू कुमार सिंह है, जो गड़खा के चिंतामनगंज बाजार स्थित गणेश मोबाइल सेंटर चलाता था. शनिवार की रात्रि मृतक प्रतिदिन की तरह अपनी दुकान बंद कर बाइक से घर की ओर निकला था, उसे क्या पता था कि रास्ते में उसकी मौत इंतजार कर रही है. जैसे ही बसंत और धनौती गांव के बीच खेमा ब्रह्मस्थान के समीप पहुंचा कि अपराधियों ने उसे पीठ में गोली मार दी, जिससे लालू की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी.
दो साल पहले भी हो चुकी है हत्या : खेमा ब्रह्मस्थान के समीप उस सुनसान जगहों पर छोटी-बड़ी घटनाएं होती रहती हैं. अपराधी उस जगह को अपने आप को सेफ समझते है. कोई भी घटना को अंजाम दे अाराम से फरार हो जाते हैं. कुछ साल पहले उसी जगह पर धनौती गांव निवासी हरेंद्र गिरि को अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी थी. मृतक पेशे से चिकित्सक था.
आक्रोशित लोगो ने पुलिस पर किया हमला : घटना की सूचना पर गड़खा थानाध्यक्ष संतोष कुमार रजक, जमदार सुनील सिंह शस्त्र बलो के साथ घटना स्थल पर पहुंच मामले की तहकीकात करने लगे. इसी बीच इस घटना से आक्रोशित लोगो ने पुलिस से कहा सुनी करते हुए लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर से हमला कर दिया, जिससे जमदार सुनील सिंह का सिर फट गया. थानाध्यक्ष के साथ अन्य पुलिस बल को भी चोंटे आयी. ईंट-पत्थर के हमले से गड़खा पुलिस के वाहन क्षतिग्रस्त हो गये. उसके बाद डेरनी और अवतारनगर की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची.
आक्रोशित लोग वरीय पुलिस पदाधिकारी के बुलाने की मांग करते हुए शव उठाने से विरोध कर रहे थे. एएसपी मनीष कुमार ने घटना स्थल पर पहुंच मामले की छानबीन करते हुए अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया.
हत्या का स्थान कही और तो नहीं : अवतरनागर थाना क्षेत्र के ठेकही ब्रह्म स्थान के पास हत्या के मामले में पुलिस का कहना है कि शव को जहां रखा गया है. वहां हत्या नहीं हुई है, क्योंकि हत्या यहां की जाती तो खून सड़क पर भी होता ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या कही किया गया है.
मृतक था मिलान सार लड़का : मृतक लालू प्रसाद सिंह काफी मिलन सार था. उसे किसी से कोई झगड़ा तकरार किसी से नही था. वह कमाने खाने में व्यस्त रहता था. फिर उसकी हत्या क्यो हुई इस बात पर मृतक का भाई सूरज कुछ नही बोला. मृतक सात भाइयो में 5वे नंबर पर था.