Advertisement
डबल मर्डर से दहशत में हैं कर्मी
अपराध. हत्या के मामले में इंजीनियर के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी दिघवारा : डेरनी थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में बने सृष्टि डेवलपमेंट प्राइवेट कंपनी नामक सड़क निर्माण कंपनी के बेस कैंप में घुस कर अज्ञात अपराधियों द्वारा कंपनी के दो कर्मचारियों की गोली मार कर हत्या कर दिये जाने के बाद से अन्य […]
अपराध. हत्या के मामले में इंजीनियर के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी
दिघवारा : डेरनी थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में बने सृष्टि डेवलपमेंट प्राइवेट कंपनी नामक सड़क निर्माण कंपनी के बेस कैंप में घुस कर अज्ञात अपराधियों द्वारा कंपनी के दो कर्मचारियों की गोली मार कर हत्या कर दिये जाने के बाद से अन्य कर्मियों में दहशत व्याप्त है. वहीं दोहरे हत्याकांड कांड की गुत्थी सुलझाने का पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है. पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार किस कारण से अपराधियों ने बेस कैंप में घुस कर दोनों कर्मचारियों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
घटना स्थल पर तीन घंटे रुके एसपी : घटना की जानकारी मिलने के बाद सारण एसपी पंकज कुमार राज सुबह के लगभग 10 बजे घटना स्थल पर पहुंचे एवं बेस कैंप में जाकर दोनों मृत कर्मचारियों को देखा.
बाद में एसपी राज ने कंपनी के मालिक शैलेंद्र कुमार समेत अन्य कर्मचारियों के अलावा कर्मियों के लिए खाना बनाने वाली रसोइया इंदु देवी से गहन पूछताछ की एवं कई महत्वपूर्ण जानकारियां दोपहर लगभग 12 बजे सारण प्रक्षेत्र के डीआइजी अजीत कुमार राय भी घटना स्थल पर पहुंचे एवं एसपी से हत्या के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की एवं पुलिस पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिये.
दिसंबर 2014 से कार्य कर रहा था बेस कैंप : दिघवारा से भेल्दी सड़क निर्माण कार्य का जिम्मा लेने वाली इस कंपनी में लगभग आधा दर्जन कर्मचारियों के अलावा दर्जनों स्थानीय मजदूर कार्य करते थे. कंपनी के मालिक के अनुसार कंपनी ने भगवानपुर गांव में दिसंबर 2014 में अपना बेस कैंप बनाया था एवं इसी कैंप में सड़क बनाने के लिए मेटेरियल तैयार होता था. कर्मचारियों के अलावा मशीनों को भी यहीं रखने की व्यवस्था थी.
कंपनी का कार्य लगभग पूरा होने को है एवं बहुत ही जल्द यहां से बेस कैंप हटा लिया जाता. मगर इसी बीच अपराधियों ने दो कर्मचारियों की हत्या कर दी.
एक ही रात सोया मैनेजर और हो गयी हत्या : पुलिस को पूछताछ के क्रम में जो जानकारियां मिली है उसके अनुसार मैनेजर धर्मवीर बेस कैंप से अलग किराये के मकान में रहता था. मगर गुरुवार की रात्रि वह कैंप में मुंशी के साथ सोया और उसी रात मुंशी के साथ उसकी भी गोली मार कर हत्या कर दी गयी. पुलिस को शक है कि मैनेजर के बेस कैंप में सोने की सूचना किसी ने अपराधियों तक पहुंचा दी जिसके बाद अपराधी घटना को अंजाम देकर चलते बने.
हत्या में हुआ है पिस्टल का इस्तेमाल
पुलिस को शक है कि कर्मचारियों की हत्या में अपराधियों ने आधुनिक पिस्टल का प्रयोग किया है. घटना स्थल से 9 एमएम के पांच खाली खोखे का मिलना भी पुलिस के शक की पुष्टि करता है. पुलिस को संदेह है कि कई अपराधियों ने मिल कर इस घटना को अंजाम दिया है. क्योंकि जिस चौकी पर सोये अवस्था में दोनों कर्मियों की हत्या हुई वहां खून के ज्यादा निशान नहीं मिले और बिछावन अस्त-व्यस्त दिखा. मतलब साफ है कि अपराधियों ने पहले दोनों कर्मचारियों को अपने कब्जे में लिया गया होगा. फिर नजदीक से गोली मारकर तब तक नहीं भागे होंगे जब तक कर्मचारियों की मौत नहीं हो गयी होगी. पुलिस ने इस बात से इनकार किया है कि बाहर से हत्या कर इन दोनों को बेस कैंप में लाकर सुला दिया गया हो.
कर्मियों के घरों से डिटेल जुटा रही पुलिस
दिघवारा. घटना के बाद सारण पुलिस हथुआ व बेगुसराय के दोनों मृत कर्मचारियों के घरों से भी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कंपनी में कार्यरत कर्मियों का अपने गांवों में किसी से कोई पुराना विवाद तो नहीं था? पुलिस ने शुक्रवार को कंपनी के मालिक व आधा दर्जन कर्मियों से भी जानकारी प्राप्त की. साथ ही साथ मृत मैनेजर के व्यवहार व आसपास के लोगों से मैनेजर के चरित्र के बारे में भी पता किया.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
कंपनी के दो कर्मियों की गोली मार कर हत्या के बाद डेरनी पुलिस ने शुक्रवार को दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया. उधर डेरनी थानाध्यक्ष परशुराम सिंह ने बताया कि कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत मनोज कुमार के बयान पर थाने में कांड संख्या 06/17 के तहत अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement