Advertisement
बाढ़ के कारण जमींदोज हो गये मकान
छपरा (सारण) : गंगा, सरयू तथा गंडक नदियों में आयी बाढ़ के कारण जिले में दर्जनों पक्का मकान भी जमींदोज हो गये. छपरा शहर के पश्चिमी इलाके ब्रह्मपुर पुल के समीप भगवान लाल साह का मकान गुरुवार की रात जमींदोज हो गया. अगल-बगल के कई अन्य मकानों को भी काफी क्षति पहुंची है तथा उसके […]
छपरा (सारण) : गंगा, सरयू तथा गंडक नदियों में आयी बाढ़ के कारण जिले में दर्जनों पक्का मकान भी जमींदोज हो गये. छपरा शहर के पश्चिमी इलाके ब्रह्मपुर पुल के समीप भगवान लाल साह का मकान गुरुवार की रात जमींदोज हो गया. अगल-बगल के कई अन्य मकानों को भी काफी क्षति पहुंची है तथा उसके धाराशायी होने की आशंका बनी हुई है.
सरयू नदी की सहायक सोंधि नदी के कटाव के कारण मकानों को काफी क्षति पहुंची है. ब्रह्मपुर, अजायबगंज, जलालपुर, मेथवलिया गांवों में पुराने तथा खपरैल दर्जनों मकानों को नुकसान पहुंचा है. मकानों के ध्वस्त हो जाने से पीड़ित परिवारों को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है. प्रशासन की ओर से अबतक क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वेक्षण भी नहीं कराया गया है और पीड़ित परिवारों को तत्कालिक राहत मुहैया नहीं करायी गयी है. पीड़ित परिवारों में प्रशासन के प्रति काफी असंतोष है.
पीड़ितों का कहना है कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही तथा मनमानी के कारण स्लुइस गेट नहीं खुला जिसके कारण इन क्षेत्रों में तबाही मची हुई है. ब्रह्मपुर रेलवे क्रासिंग के पास स्थित आवास बाढ़ के पनी में डुब गया है. ब्रह्मपुर रेलवे पुल का निर्माण करा रही कंपनी का बेस कैंप डुबा हुआ है. अभी भी छपरा-रिविलगंज के बीच ब्रह्मपुर से लेकर इनई तक बाढ़ का पानी बह रहा है. इनई तथा सेंगर टोला में भी बाढ़ की पानी में डुब जाने और कटाव से क्षति पहुंची है.
मेथवलिया, जलालपुर, सलेमपुर, जखुआ, राजमल पिरारी, लक्ष्मीपुर में भी फसलों तथा मकानों को काफी नुकसान हुआ है. सदर प्रखंड के मगाइडीह, करिंगा, हिरानीबाग में मकानों और फसलों की क्षति हुई है. डिलीया रहिमपुर पंचायत के जान टोला, नेवाजी टोला, बीन टोलिया, जैल शहर समेत कई गांवों के मकानों को काफी नुकसान हुआ है. नदियों का जलस्तर आज से घटना शुरू हो गया है. जलस्तर कम होने के साथ कटाव शुरू हो गया है. कई स्थानों पर तटबंधों का कटाव हो रहा है तथा ग्रामीण संपर्क पथ क्षतिग्रस्त हो गये है. इस वजह से आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है.
मौत की बगल में बाढ़ पीड़ित कर रहे हैं जिंदगी की तलाश
बाढ़ पीड़ित परिवार अपने घरों को छोड़कर सड़क व रेलवे लाइन पर शरण लिए हुए हैं. बाढ़ पीड़ित लोग मौत के बगल में जिंदगी तलाश रहे हैं. अम्बिका भवानी हाल्ट से लेकर अवतारनगर स्टेशनों के मध्य रेलवे लाइन के समीप बाढ़ पीड़ित परिवार शरण लिए हुए है. शुक्रवार को रेलवे लाइन पर शरण लिए एक महिला की ट्रेन से कटने से मौत हो गयी.
दुर्गंध से भयावह है स्थिति
बाढ़ में घरों में पानी के प्रवेश कर जाने से बाढ़ पीड़ित लोग सड़कों को ही शौचालय के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे सड़कों के किनारों दुर्गंध व्याप्त है एवं महामारी फैलने की आशंका है. नगर प्रशासन द्वारा ब्लीचिंग पाउडर के साथ चूना मिलाकर छिड़कवाया गया है. सिटी मैनेजर धीरज ने बताया कि जरूरत के मुताबिक ब्लीचिंग पाउडर नहीं मिल रहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement