दिघवारा में प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख का हुआ चुनाव
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बबीता प्रमुख, तो सुबेतारा को मिला उपप्रमुख का ताज
दिघवारा में प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख का हुआ चुनाव रामपुरआमी पंचायत के भाग दो की बीडीसी बबीता निर्विरोध बनी प्रखंड प्रमुख प्रमुख व उपप्रमुख बनने वाली दोनों महिला पहली बार निर्वाचित हुई है बीडीसी सदस्य पहली सफलता पर ही मिला ताज व जिम्मेवारी दिघवारा (सारण) : लंबे समय से प्रखंड के प्रमुख व उपप्रमुख के […]
रामपुरआमी पंचायत के भाग दो की बीडीसी बबीता निर्विरोध बनी प्रखंड प्रमुख
प्रमुख व उपप्रमुख बनने वाली दोनों महिला पहली बार निर्वाचित हुई है बीडीसी सदस्य
पहली सफलता पर ही मिला ताज व जिम्मेवारी
दिघवारा (सारण) : लंबे समय से प्रखंड के प्रमुख व उपप्रमुख के नामों को लेकर सस्पेंस मंगलवार को शांतिपूर्ण चुनाव होने के बाद समाप्त हो गया. प्रखंड मुख्यालय के सभागार में सोनपुर एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी मदन कुमार की देख-रेख में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई . सर्वप्रथम प्रखंड की सभी 10 पंचायतों के 14 निर्वाचित पंचायत समिति सदस्यों को शपथ दिलायी गयी. उसके बाद प्रमुख पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गयी,
जिसमें रामपुर आमी पंचायत के भाग दो से निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य बबीता देवी ने प्रमुख पद के लिए नामांकन दाखिल किया. विरोध में किसी का भी नामांकन नहीं किये जाने पर बबीता देवी प्रखंड प्रमुख पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गयीं, वहीं उपप्रमुख पद के लिए शीतलपुर पंचायत से निर्वाचित बीडीसी सूबेतारा खातून तथा बस्ती जलाल पंचायत के बीडीसी उस्मान मियां ने नामांकन दाखिल किया,
जिसमे सुबेतारा खातून को सात मत तथा उस्मान मियां को पांच मत ही प्राप्त हो सके. निर्वाची पदाधिकारी सह सोनपुर एसडीओ ने सूबेतारा खातून को उपप्रमुख निर्वाचित घोषित किया. चुनाव को लेकर प्रखंड परिसर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये थे. मौके पर सोनपुर डीसीएलआर उपेंद्र कुमार पाल,दिघवारा सीओ अजय शंकर,सोनपुर इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ,दिघवारा थानाप्रभारी थानाध्यक्ष राकेश कुमार, डेरनी थानाध्यक्ष परशुराम सिंह, अवतारनगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार सहित पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे.
नये मुखियाओं से ग्रामीणों को है विकास की उम्मीद : रसूलपुर (एकमा). चंचौरा, नवादा, असहनी तथा रसूलपुर पंचायतों के नवनिर्वाचित मुखिया, उपमुखिया आदि जन प्रतिनिधियों के शपथ लेने के बाद इनके गांवों में जश्न का माहौल है. इन चारों पंचायतों में पहली बार मुखिया का ताज मिलने की खुशी से गांववाले भी झूम उठे हैं. असहनी पंचायत में पहली बार योगियां गांववासियों ने मुखिया पद पर अपना कब्जा जमाया है.
15 वर्षों से यहां से असहनी गांव निवासी पूर्व मुखिया ईशनाथ यादव के एकाधिकार को बागेश्वर सिंह ने तोड़ दिया. वहीं रसूलपुर से पूर्व मुखिया वेद प्रकाश सिंह ऊर्फ भोला सिंह ने अपनी भाभी विभा देवी को जीता कर लाकठ छपरा गांव की बादशाहत लौटा दी है. वहीं चंचौरा पंचायत से विजयी मुखिया जय विजय उपाध्याय के गांव माधोपुर में भी खुशी का ठिकाना नहीं है. जहां 50 वर्षों के अथक प्रयास के बाद ब्राह्मण परिवार से कोई मुखिया निर्वाचित हुआ है. नवादा पंचायत में विजयी मुखिया गणेश प्रसाद के गांव चडवां में भी शपथ ग्रहण के बाद खुशी का माहौल है.
यहां आरक्षण के बाद पहली बार पिछड़ों ने मुखिया पद की बागडोर संभाली है. वहीं बनपुरा पंचायत के विनोद कुमार साह ने मुखिया का पद झटक कर घुरापाली गांव के लोगों को खुश कर दिया है. तो बलिया पंचायत के बेनौत गांव निवासी त्रिगुणा चौधरी ऊर्फ छेदी ने मुखिया बनकर नयी पारी की शुरुआत की है. अब देखना है कि शपथ के बाद विकास को लेकर कौन मुखिया चिंतन-मनन करता है.
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