पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
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सहमा सोनपुर. भीषण डकैती व हत्या के बाद दहशत में बाकरपुर के लोग
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल मंगलवार की रात डकैतों ने धावा बोला और विरोध करने पर दो लोगों को मौत की घाट उतार दिया़ इसकी सूचना पुलिस को रात में ही दी गयी, लेकिन डकैतों का पीछा नहीं किया गया़ इससे लोगों में काफी आक्रोश दिखा और प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर आये़ सोनपुर […]
मंगलवार की रात डकैतों ने धावा बोला और विरोध करने पर दो लोगों को मौत की घाट उतार दिया़ इसकी सूचना पुलिस को रात में ही दी गयी, लेकिन डकैतों का पीछा नहीं किया गया़ इससे लोगों में काफी आक्रोश दिखा और प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर आये़
सोनपुर : थाना क्षेत्र के बाकरपुर गांव में मंगलवार की रात्रि डकैतों ने जम कर उत्पात मचाया और दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा-व्यवस्था की पोल भी खोल दी. इतना ही नहीं, घटना के तुरंत बाद घटनास्थल के समीप पहुंचे, पुलिस की गश्ती दल के पदाधिकारी भी लोगों की सूचना मिलने पर अपराधियों की पीछा करने के बजाय सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम करने की बात कहकर पुलिस बल के साथ भाग खड़े हुए.
इस कारण न तो डकैतों को पकड़ा जा सका और न ही उन लोगों में से किसी की पहचान हो सकी. अगर पुलिस गश्ती दल ग्रामीणों की सूचना पर त्वरित पहल करती तो पुलिस के पास अभी खाली हाथ रहने के बदले कोई ठोस सुराग जरूर होता. इसके सहारे पुलिस डकैती व हत्या में संलिप्त अपराधियों तक पहुंच जाती. गश्ती दल की निष्क्रियता ने न केवल बेखौफ अपराधियों को भागने का मौका दे दिया बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है.
गश्ती दल के प्रति दिखा आक्रोश : सड़क जाम पर अड़े आक्रोशित लोगों को मनाने में सारण एसपी सत्यवीर सिंह को भी घंटों मशक्कत करनी पड़ी. आक्रोशि लोग एसपी से सोनपुर पुलिस की गश्ती दल की लापरवाही की शिकायत करते हुए भड़क जा रहे थे. उनलोगों का कहना था कि पुलिस ने सक्रियता से काम किया होता तो अपराधियों को पकड़ा जा सकता था. हालांकि एसपी ने गश्ती दल के पदाधिकारी को लापरवाही बरतने के लिए निलंबित करने की बात कही. फिर भी प्रशासन को जाम हटाने में घंटो लग गया. जिसकी वजह से देर रात से सुबह तक राष्ट्रीय उच्च पथ पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही.
दीना के परिवार की खुशियों पर लगा ग्रहण : बुधवार को लगने वाले आंशिक सूर्य ग्रहण से पूर्व ही दीना के परिवार की खुशियों पर ग्रहण लग गया. एक ही परिवार के दो लोगों को डकैतों ने मौत के घाट उतार दिया. वहीं मां और पुत्र जिंदगी व मौत से जुझ रहे है.
हाल ही में बनाया था नया मकान : ग्रामीणों ने बताया कि फोर लेन में जमीन पड़ने के कारण दिना को अधिग्रहित जमीन का मुआवजा मिला था, जिसमें और राशि मिलाकर उसने बाकरपुर सब्जी आढ़त के बगल में नया मकान बनाया था. डकैतों ने मंगलवार को इसी मकान में हमला बोला था.
बेखौफ घूम रहे अपराधी, सवालों के घेरे में पुलिस अधिकारी
घर के पास होता है शराब का अवैध कारोबार
ग्रामीणों की माने तो दीना सिंह के घर से कुछ दूरी पर अवैध दारू का कारोबार होता है. जिस कारण वहां बराबर अपरधिक तत्वों के लोगों का जमावड़ा लगता था. आशंका है कि वहां जुटने वाले अपराधियों ने ही घटना को अंजाम देने की योजना बनायी हो.
जाम में जगह-जगह फंसे रहे यात्री : बाकरपुर के समीप लगभग 10 घंटे के जाम में यात्रियों के पसीने छुड़ा दिये. देर रात्रि से जाम की सूचना मिलने पर लंबी दूरी की गाड़ियां सुबह 1 बजे से ही हाजीपुर लालगंज के रास्ते छपरा,
सीवान की ओर जाती दिखी. वहीं यात्रियों को कई किलोमीटर तक पैदल यात्रा करना पड़ा. लगभग पांच किलोमीटर वाहनों की लंबी कतारे देखी गयी. दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. वहीं छपरा से पटना जाने वाली यात्री छोटे वाहनों पर सवार होकर चचरी पुल के सहारे दानापुर की ओर जाते दिखे.
किसानों को हुआ काफी नुकसान : बाकरपुर के समीप लगने वाला सब्जी मंडी की गिनती जिले के बड़ी सब्जी मंडियों में होती है. मगर मंगलवार की रात्रि मंडी के समीप ही हत्या हो जाने से आढतों में विरानगी दिखी. अपने सब्जियों के साथ आढतों में पहुंचे किसानों को उचित ग्राहक नहीं मिल सका. जिस कारण सब्जियों को औने-पौने दामों पर किसानों को बेचना पड़ा. वहीं दर्जनों आढत संचालकों को भी नुकसान उठाना पड़ा.
लगातार हो रही
हैं डकैतियां
कांड संख्या 330/15-दिनांक 16.08.15- थाना क्षेत्र के भरपुरा निवासी राजकिशोर राय उर्फ राजा राय के घर में डकैती को लेकर दर्ज प्राथमिकी
कांड संख्या 438/15-दिनांक 11.11.15- थाना क्षेत्र के भरपुरा निवासी कांति देवी के यहां हुई डकैती को लेकर प्राथमिकी दर्ज
कांड संख्या 451/15-दिनांक 24.11.15- रामसुंदर दास महिला कॉलेज के बगल में गोकुल नगर गांव में वृज बिहारी प्रसाद के यहां हुई डकैती को लेकर प्राथमिकी दर्ज
नहीं हो सका हत्या के कारणों का खुलासा
आम लोगों के बीच बुधवार को तरह-तरह के सवाल थे. हर कोई यह नहीं समझ पा रहा था कि किसान पेशा के सहारे परिवार की गाड़ी आगे बढाने वाले दिना के घर को डकैती ने टारगेट क्यों किया और क्या किसी पुरानी दुश्मनी से परिजनों के मौत के घाट उतारा गया. ग्रामीणों को आशंका है कि डकैतों लूट पाट के क्रम में किसी परिजन ने किसी की पहचान कर ली होगी जिसके कारण भी डकैतों को शिनाख्त करने वाले लोगों को मारना पड़ा होगा.
बहर हाल मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है. पुलिस की एफएसएल टीम घटना स्थल की जांच की है एवं समाचार प्रेषण तक प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही थी. घटना के बाद बाकरपुर के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. देखना है कि स्थिति सामान्य करने के लिए पुलिस क्या पहल करती है.
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