छपरा : दीपोत्सव को पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं मितव्ययीता को ध्यान में रख कर मनाएं. पटाखों में शीशा और पारा होता है, जो पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं व स्वास्थ्य को खतरनाक ढंग से नुकसान पहुंचाते हैं. अत: इनसे परहेज करें. उक्त बातें थियोसॉफिकल सोसाइटी के सचिव सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने बुलेटिन जारी करते हुए कहीं.
उन्होंने दीपावली को जीवन से अंधकार दूर कर प्रकाशवान बनानेवाला त्योहार बताया. उन्होंने कहा कि यह अनेक महापुरुषों के अवतरण या निर्वाण के साथ लक्ष्मी के अवतरण का अवसर है. उन्होंने बिजली के बल्बों की जगह मिट्टी का दीया जलाने व कृत्रिम मिठाइयों से परहेज करने की अपील की. मौके पर मनोरंजन कुमार सिन्हा, गंगोत्री प्रसाद, विभैव यादव, धु्रव नारायण सिंह, मनींद्र महतो, मनौवर हुसैन, अविनाश नागदंश, अनिश प्रियबुद्ध आदि उपस्थित थे.