छपरा (कोर्ट) : मुख्यालय स्थित राजस्व शाखा में पदस्थापित कर्मचारी मो. बिसमिल्लाह अंसारी के सात वर्षीय पुत्र याजदान का अपहरण एवं हत्या कर दिये जाने के उपरांत प्रशासन चौकस नजर आ रहा है.
इसी कड़ी में गुरुवार को हत्या में संलिप्त बबलू कुमार के परिजन उस आवास को खाली कर भाग रहे थे कि मढ़ौरा एसडीओ ने उनके सामान से लदे ट्रक को जब्त करने का आदेश सीओ को दिया. एसडीपीओ मनीष कुमार के आदेश पर अंचलाधिकारी अरविंद प्रसाद सिंह ने उन्हें आवास खाली नहीं करने का आदेश देते हुए ट्रक पर जब्त किये गये सामान को उन्हें सौंप दिया.
इस संबंध में सीओ श्री सिंह ने बताया कि जब तक इस हत्याकांड में पुलिस द्वारा जांच जारी रहेगी, तब तक कोई भी आवास एवं उसमें रखे सामान को हटाया नहीं जायेगा. इधर, मढ़ौरावासियों का कहना है कि याजदान की हत्या में हत्या में शामिल दोनों लड़के विकास कुमार और बबलू कुमार के परिजन वहां किस हैसियत से रहते हैं.
दोनों के अभिभावक न तो मढ़ौरा अनुमंडल एवं ना ही अंचल के कर्मचारी हैं, फिर भी वर्षो से वहां रह रहे है. विकास के पिता पंचायत सचिव हैं, भी तो वे गड़खा में पदस्थापित हैं. वहीं बबलू की मां टेहटी स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम हैं, तो फिर वह अपने परिवार के साथ वहां वर्षो से कैसे रह रही हैं.
सूत्रों की माने, तो दोनों ही परिवार वहां सेटिंग-गेटिंग एवं दबंगई के बल पर रहते हैं. इस संबंध में अंचलाधिकारी श्री सिंह ने बताया कि उनके इस अंचल में आने के पूर्व के प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा नोटिस भी दिया गया था, परंतु उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. परंतु, इस घटना के उपरांत वर्तमान बीडीओ द्वारा सभी को नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है कि वे वहां किसके आदेश से रह रहे हैं.
श्री सिंह ने बताया कि साथ ही उनके उच्च अधिकारियों से यह सूचना मांगी जा रही है कि उनलोगों को हाउस रेंट कटता है कि नहीं. इन सभी सूचनाओं की प्राप्ति होने के उपरांत निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी. इधर, मढ़ौरा पुलिस अपहरण एवं हत्या कांड की छानबीन कर रही है.