दिघवारा : गंगा नदी में तेजी से बढ़ रहे जल स्तर ने प्रखंड की अकिलपुर व रामपुर आमी पंचायतों के बाद बरूआ पंचायत में भी बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. बुधवार की सुबह बरूआ पंचायत के पिपरा घाट पर अवस्थित नवनिर्मित बांध के टूट जाने से इस पंचायत के कई गांव जलमग्न हो गये एवं नीचे इलाकों में भी पानी भर गया. बांध के टूट जाने की खबर मिलते ही गांव के लोगों में बेचैनी फैल गयी एवं पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों ने पंचायत के कई गांवों में गंगा के पानी के प्रवेश को रोकने के लिए बांध की मरम्मत शुरू कर दी. इधर बांध टूट जाने की सूचना जिला पर्षद के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह व स्थानीय लोगों ने जल संसाधन विभाग के एसडीओ व दिघवारा सीओ को मोबाइल से देते हुए अविलंब पिपरा घाट के बांध की मरम्मत की मांग की. उधर, ग्रामीणों की सूचना पर बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल दिघवारा के एसडीओ अविनाश प्रसाद सिन्हा, जेइ सुनील कुमार सिंह व दिघवारा के अंचलाधिकारी बलवंत कुमार समैयार पिपरा घाट पहुंचे एवं स्थिति का जायजा लिया. इधर, जल संसाधन विभाग के 50 से अधिक कर्मचारियों व सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा पिपरा बांध की मरम्मत का कार्य जारी था. बाढ़ का पानी बरूआ पंचायत के मलखाचक, फरहदा, लक्ष्मीपुर ककढि़या व सैदपुर ककढि़या गांव में प्रवेश कर गया है. इससे लोगों की परेशानी बढ़ी है. पंचायत के निचले इलाकों में पानी के तेजी से फैल जाने से स्थानीय लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पंचायत की कई संपर्क सड़कों पर पानी जम जाने से आवागमन बाधित है. वहीं मकई व धान की फसल लगभग बरबाद हो गयी है. छपरा-पटना मुख्य सड़क पर गंगा के पानी चढ़ जाने के बाद आवागमन बाधित है. लगातार बढ़ रहे जल स्तर से कई सड़कों पर आवागमन के अवरुद्ध होने का खतरा बन गया है. दिघवारा-मटिहान पथ पर मटिहान गांव के समीप पानी चढ़ गया है. इससे इस मार्ग पर यात्रा करनेवाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस सड़क पर घुटना भर पानी जम जाने से वाहनों के आवागमन पर भी असर पड़ा है. वहीं बुजुर्ग लोग व महिलाओं को दिघवारा आने में काफी दिक्कतें हो रही है.
लोचना चंवर पानी में डूबा
दिघवारा-मटिहान पथ की दोनों तरफ का इलाका लोचना चंवर में बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है. इससे जलमग्नता की स्थिति उत्पन्न हो गयी. दिघवारा-मटिहान पथ की दोनों ओर कई एकड़ में लगे धान, मक्का व सब्जियों की फसल पानी में पूरी तरह बरबाद हो गयी है.
पट्टी पुल पर मंडराया खतरा
विभिन्न नदियों के पानी में तेजी से बढ़ रहे जल स्तर के कारण माही नदी ने भी विकराल रूप धारण कर रहा है. पटना-छपरा मार्ग पर दिघवारा व शीतलपुर के मध्य अवस्थित पट्टी पुल में भी माही नदी के पानी के छूने से वाहनों के आवागमन के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है. इस नदी में जल स्तर के बढ़ने का दौर जारी रहा, तो पट्टी पुल पर भी एक-दो दिन में पानी चढ़ जायेगा. ऐसी स्थिति में छपरा-पटना जाने के लिए यात्रियों को पूर्णत: रेलयात्रा पर निर्भर होना पड़ेगा.
पंचायत में ही राहत वितरण की मांग
अकिलपुर पंचायत के सभी आठ गांवों में बाढ़ की भयावह स्थिति है एवं इसके बीच भी वहां के लोग घर छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर जाने को तैयार नहीं हैं. बाढ़ की विभीषिका के आदि हो चुके अकिलपुर पंचायत के कई बाढ़पीडि़त परिवारों ने प्रशासन से पंचायत में ही राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की है. वहीं, प्रशासन भी पंचायत में ही राहत सामग्री बंटवाने के बारे में विचार कर रहा है.
आधा दर्जन से अधिक स्कूलों में घुसा पानी
तेजी से बढ़ रहे जल स्तर से अंचल की कई पंचायतों के आधा दर्जन से अधिक सरकारी विद्यालयों में पानी घुस गया है. इससे पठन-पाठन बाधित है. रामपुर आमी के मथुरापुर व कर्मवारी पट्टी व बरूआ पंचायत के ककढि़या व फरहदा विद्यालयों के समीप जलमग्नता की स्थिति है. वहीं, कई निजी विद्यालयों में नामांकित बच्चे भी बाढ़ की विभीषिका के कारण विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं.