छपरा (सारण) : करीब आधा दर्जन ग्राहकों के खाते से लाखों रुपये की फर्जी निकासी के मामले में नगर थाने की पुलिस ने प्रधान डाक घर के लिपिक विनोद कुमार सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
इस मामले के मुख्य आरोपित डाक अभिकर्ता इंद्रदेव प्रसाद लिपिक श्याम प्रसाद, राजकुमार प्रसाद गुप्ता आदि की गिरफ्तारी होनी बाकी है. बताते चलें कि डाक अभिकर्ता इंद्रदेव प्रसाद और लिपिकों की मिलीभगत से करीब 50 लाख रुपये की फर्जी तरीके से निकासी कर लेने का मामला चार माह पहले प्रकाश में आया था.
इस मामले में करीब आधा दर्जन डाक कर्मियों और डाक अभिकर्ता के खिलाफ शिकायतें उपभोक्ताओं ने की थी. डाक विभाग की ओर से नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. करीब चार पांच लिपिकों को निलंबित किया जा चुका है. डाक अभिकर्ता इंद्रदेव प्रसाद इसके बाद से फरार हैं. प्रधान डाकघर में हुए इस घाटोले में विनोद कुमार सिंह की यह पहली गिरफ्तारी है. विनोद की गिरफ्तारी के बाद से अन्य नामजद डाक कर्मियों में खलबली मच गयी है.
उल्लेखनीय है कि डाक अभिकर्ता इंद्रदेव प्रसाद ग्राहकों के खाते से फर्जी निकासी का मास्टरमाइंड है. उसके द्वारा शहर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एनके जैन, इनई गांव के अनिरुद्ध सिंह समेत आधा दर्जन ग्राहकों के खाते से लगभग 50 लाख रुपये की फर्जी निकासी की गयी है. इस मामले में विभागीय जांच का कार्य भी चल रहा है. चार माह बाद भी जांच दल ने रिपोर्ट नहीं सौंपी है. जांच में हो रही देर से डाककर्मियों के उपभोक्ताओं में असंतोष है. फिलहाल विनोद कुमार सिंह की गिरफ्तारी से लोगों में उम्मीद बढ़ी हैं.