छपरा (सारण) : पिछड़ा–अतिपिछड़ा को सरकारी नौकरी में प्रोमोशन आरक्षण शीघ्र लागू होना चाहिए. सरकार पिछड़ा–अतिपिछड़ा वर्ग के साथ नाइंसाफी कर रही है. उक्त बातें अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के जिलाध्यक्ष दीपनारायण सिंह ने बुधवार को नगरपालिका चौक पर पांच सूत्री मांगों के समर्थन में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कहीं.
उन्होंने कहा कि बिहार में मधुशाला नहीं पाठशाला की जरूरत है. लेकिन राज्य सरकार का ध्यान गांव–गांव में शराब की दुकान खोलने पर है. उन्होंने शराब बंदी को पूर्ण रूप से लागू करने की मांग करते हुए कहा कि शराब के कारण समाज में अपराध बढ़ रहा है. विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो रही है. युवा नशे की लत में गलत राह पर जा रहे हैं.
धरना को अशोक कुशवाहा, शौकत अली अंसारी, रमेश प्रसाद, बृजकिशोर कुशवाहा, देवेंद्र दिनकर, इंद्रदेव सिंह, दीपक राज, राजु कुमार सिंह, सिपाही सिंह, ओमप्रकाश सिंह, श्रीकांत प्रसाद सिंह, राजबलम सिंह कुशवाहा, मिश्रीलाल महतो, अशोक सिंह, संजय कुमार केशव, दीपक कुमार सिंह, मो. साबिर अली, विश्वकर्मा कुशवाहा, चंदेश्वर राय, अशर्फी लाल, कमलेश राय, आलोक कुमार यादव, रामबाबू शर्मा, सिपाही सिंह कुशवाहा, गुलाम मोइनुद्दीन रिजवी, हरेंद्र कुशवाहा समेत अन्य ने संबोधित किया.
अंत में पांच सूत्री मांगों के समर्थन में डीएम को एक ज्ञापन सौंपा गया. इसमें पिछड़ा अति पिछड़ा को सरकारी नौकरी में प्रोमोशन में आरक्षण, ओबीसी की महिलाओं को आरक्षण के अंतर्गत आरक्षण, ओबीसी के लिए बजट में अलग से प्रावधान करने, राजधानी पटना के नाम बदल कर पाटलिपुत्र करने, शराब बंदी लागू करने की मांगे शामिल हैं.