छपरा (सदर) : मशरक प्रखंड के गंडामन नवसृजित प्राथमिक विद्यालय के 23 मृत बच्चों की याद में एक स्मारक भवन बनाया जायेगा, जहां सभी 23 बच्चों के शव को दफनाये गये हैं. डीएम अभिजीत सिन्हा के अनुसार इस योजना पर कार्य के लिए भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को जिम्मेवारी दी गयी है, जो स्मारक भवन व मृत छात्र–छात्राओं के दफनाये जानेवाले स्थल को बेहतर लूक देने की योजना पर कार्य कर रहे हैं.
* कल आयेंगे 15 बच्चे
डीएम अभिजीत सिन्हा के अनुसार पीएमसीएच में इलाजरत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गंडामन के 24 छात्र–छात्राओं में से 15 मंगलवार को घर भेजे जायेंगे. इस संबंध में सिविल सजर्न छपरा को पीएमसीएच भेज कर स्थित मेडिकल बोर्ड में पक्ष रख कर डॉक्टरों की सहमति की सूचना डीएम को दी गयी है. डीएम ने कहा कि शेष नौ बच्चे अभी चिकित्सकों के देख–रेख में इलाजरत रहेंगे.
* बच्चों की याद में नक्सली
* बंदियों ने रखा उपवास
मंडल कारा छपरा में बंद कम–से–कम 20 माओवादी बंदियों ने बंदी संघर्ष समिति के बैनर तले रविवार को उपवास रखा. साथ ही नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गंडामन में गरीब वर्ग के 23 बच्चों की मौत को सरकार की गलत व्यवस्था का परिणाम बताया. कारा प्रशासन को दिये अपने पत्र में बंदी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अतुल सचिव राजा ने लिखा है कि मृत बच्चों को याद रखने व उनके परिवार कों आर्थिक सहायता के मद्देनजर प्रत्येक, सप्ताह के रविवार को नक्सली बंदी उपवास रखेंगे.
इस दिन उनके खाने के मद में आनेवाले खर्च की राशि से जेल प्रशासन को बचत कर शहीद स्मारक बनाने व मृत बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता के लिए राशि उपलब्ध करायेंगे. इससे स्मारक बनाने के साथ–साथ परिवार के पीड़ित परिवार की आर्थिक सहायता की जा सकती है. मालूम हो कि मोतिहारी समेत पूरे राज्य के विभिन्न काराओं में बंद नक्सली बंदियों द्वारा यह आहृवान किया गया है. इसके पीछे नक्सलियों को समाज में अपनी जमीन मजबूत करने के रूप में भी देखा जा रहा है.