छपरा (सदर) : शिक्षा विभाग के फरमान व शिक्षक संघ के आह्वान के बीच जिले के 2180 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में से 1678 के 80 हजार बच्चों ने जहां गुरुवार को भोजन नहीं किया, वहीं शुक्रवार को भी कम–से–कम 75 हजार बच्चे भूखे रहे. हालांकि इस संबंध में जिला मध्याह्न् भोजन योजना पदाधिकारी शुक्रवार को सही आंकड़ा देने में असमर्थ दिखे, परंतु उन्होंने कहा कि कल यह आंकड़ा मिलेगा.
गुरुवार को जिले के महज 482 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में मध्याह्न् भोजन बनने का दावा जिला मध्याह्न् भोजन योजना प्रभारी ने किया. उन्होंने कहा कि दूसरे दिन मध्याह्न् भोजन बनानेवाले विद्यालयों की संख्या बढ़ी है. वहीं, विभागीय निर्देश के आलोक में उनके द्वारा शुक्रवार को बनियापुर प्रखंड के श्रीपुर आदि गांवों में अभिभावकों के साथ बैठक कर मध्याह्न् भोजन योजना का भोजन बनाने में सहयोग करने व निगरानी की सलाह दी. इसमें ग्रामीणों द्वारा भरपूर सहयोग देने की बात भी जिला एमडीएम प्रभारी ने कही.
* बच्चों में अब भी खौफ
गंडामन के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में 16 जुलाई को एमडीएम का विषाक्त भोजन खाने से 23 बच्चों व 25 के पीड़ित होने के बाद अब भी अभिभावकों व बच्चों में खौफ बरकरार है. हालांकि कुछ विद्यालयों के छात्र व अभिभावकों के बीच धीरे–धीरे एमडीएम को लेकर विश्वास उत्पन्न करने के विभागीय प्रयास का असर दिख रहा है. परंतु, सैकड़ों विद्यालयों में शिक्षक संघ के आह्वान, सुरक्षा व विभिन्न आरोपों को लेकर भी एमडीएम का भोजन बनाने के प्रति विद्यालय प्रधान उदासीन बने हुए हैं.
* शिक्षक संघों व भ्रम के कारण गुरुवार को 80 हजार बच्चों को एमडीएम का भोजन नहीं मिला. वहीं, शुक्रवार को इस संख्या में कमी आयी है. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों के साथ बैठक कर विश्वास पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है.
शब्बीर हसन
जिला एमडीएम प्रभारी