दोनों गुट देर रात तक अलग–अलग बनाते रहे रणनीति
छपरा (सदर) : सारण जिला पर्षद की अध्यक्ष मेहनाज खातून के खिलाफ विरोधियों द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को जिला पर्षद सभागार में बैठक होनी है. इस तरह जिप अध्यक्ष के भाग्य का फैसला आज इसे लेकर प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं.
वहीं, अध्यक्ष को कुरसी से हटाने व बचाने के लिए पार्षदों का गुट अलग–अलग अपने–अपने स्तर से अपने विरोधियों को मात देने में लगा हुआ है. हालांकि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विरोधियों की मुहिम शुरू से ही काफी सुनियोजित ढंग से जारी रही है तथा वे उसजे अमलीजामा पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
वहीं, अध्यक्ष बचाओ अभियान में शामिल जिला पार्षदों के खेल में अध्यक्ष के समर्थन में मुहिम चलाने का चोला पहननेवाले एक मुखिया की कारगुजारियों ने खलल डाल दिया है. इस कारण चार दिन पूर्व अध्यक्ष की जो कुरसी कद्दावर नेताओं के पास से बचती नजर आ रही थी, उस पर ग्रहण लग गया है. हालांकि अध्यक्ष समर्थक पार्षदों की रविवार को एक होटल में घंटों बैठक हुई, परंतु असमंजस बरकरार रहा.
विरोधी गुट में 24 पार्षद एकजुट!
जिला पर्षद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लानेवाले पार्षदों में 24 पूरी तरह एकजुट दिख रहे हैं. ये पार्षद एक रणनीति के तहत पड़ोसी नेपाल या जिले से बाहर गये थे, जो शनिवार की शाम जिले में लौटे हैं. यही नहीं, महिला जिला पार्षदों की पतियों की राजनीतिक एकजुटता जिला पर्षद अध्यक्ष के लिए महंगा साबित हो सकती है.
हालांकि अध्यक्ष हटाओ–बचाओ के अभियान में कुछ जिला पार्षदों की कीमत भी एक गुट द्वारा निर्धारित कर दी गयी है. अब देखना है कि अंतत: अध्यक्ष समर्थक व विरोधी गुट अपने–अपने अभियान में कहां तक सफल हो पाते हैं.