शराब की लत व आर्थिक तंगी ने बना डाला पत्नी का हत्यारा
मकेर : कर्ज के बोझ, पत्नी के तानों व शराब की लत ने 50 वर्षीय बिलाखन नट को अपनी 40 वर्षीय पत्नी पत्नी आशा देवी का गला काट डालने पर मजबूर कर दिया. वहीं बिलाखन ने स्वयं भी जहर खाकर अपनी जान दे दी. फुलवरिया पंचायत के ककसहर टोले में शनिवार की देर रात हुई इस घटना की खबर रविवार की सुबह पूरे क्षेत्र में जंगल में आग की फैल गयी.
आठ पुत्र-पुत्रियों के थे पिता : बिलाखन नट द्वारा अंजाम दिये गये इस घटना पर सभी आश्चर्यचकित हैं. प्रौढ़ावस्था में ऐसे कदम उठाने की उम्मीद नहीं की जाती. दंपती को चार पुत्र व चार पुत्रियां थीं. इनमें एक पुत्र जहां शादीशुदा था, वहीं, 10 दिसंबर को एक पुत्री की शादी की थी. अभी अन्य बच्चे बहुत छोटे हैं. इनमें रानी कुमारी (8 वर्ष), पूनम कुमारी (7 वर्ष), किरण कुमारी (5 वर्ष) व तीन वर्षीय छोटू कुमार शामिल हैं.
अक्सर होता था झगड़ा : चंपा के बयान के मुताबिक बिलाखन व आशा में अक्सर झगड़ा होता रहता था. बिलाखन कोई स्थायी काम नहीं करता था व शराब व नशे का आदी था. आशा देवी खेतों में मजदूरी कर परिवार का लालन-पालन करती थी. इसे लेकर उनमें विवाद चलता था. वहीं 10 दिसंबर को एक पुत्री की शादी में लिये गये कर्ज को चुकाने पर इन दिनों झगड़ा व कलह बढ़ गया था.
चर्चा का बाजार गरम : पति द्वारा पत्नी का गला रेत डालने व स्वयं भी आत्महत्या कर लेने पर क्षेत्र में चर्चा का बाजार गरम है. अधिकतर लोग इसे नशे का अंजाम बना रहे हैं, तो कुछ लोग कलह से तंग आकर उठाया गया कदम बता रहे हैं. वहीं, कुछ कर्ज के बोझ को घटना का कारण मान रहे हैं.
बिलाखन की थी दूसरी पत्नी : आशा देवी बिलाखन की दूसरी पत्नी थी. पहली पत्नी से भी उन्हें आठ संतानें थी. परंतु, उनके कहीं चले जाने के बाद बिलाखन ने आशा देवी से दूसरी शादी की थी. वर्तमान पत्नी से आठ व पहली पत्नी से आठ कुल 16 बेटे-बेटियों का पिता था बिलाखन.
पोस्टमार्टम से होगा खुलासा : घटनास्थल पर जांच हेतु पहुंचे मढ़ौरा एसडीपीओ कुंदन कुमार ने घटना के कारणों पर कुछ भी कहने से परहेज करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही कहा जा सकता है कि बिलाखन ने शराब पी थी या नहीं. अथवा उसकी मौत किस प्रकार के जहर से हुई है. वैसे प्रथम दृष्टयता से पारिवारिक कलह के कारण हुई घटना ही माना जा रहा है.