छपरा(नगर) : सारण की सांस्कृतिक धरती एक बार फिर लोक कवि भिखारी ठाकुर की प्रासंगिक रचनाओं और भोजपुरी लोकगीतों के विहंगम प्रस्तुति से जीवंत होने जा रही है. भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय की स्वायत्त संस्था संगीत नाट्य अकादमी नयी दिल्ली, जिला प्रशासन सारण व भिखारी ठाकुर रंग मंडल प्रशिक्षण व शोध केंद्र के संयुक्त तत्वावधान […]
छपरा(नगर) : सारण की सांस्कृतिक धरती एक बार फिर लोक कवि भिखारी ठाकुर की प्रासंगिक रचनाओं और भोजपुरी लोकगीतों के विहंगम प्रस्तुति से जीवंत होने जा रही है. भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय की स्वायत्त संस्था संगीत नाट्य अकादमी नयी दिल्ली, जिला प्रशासन सारण व भिखारी ठाकुर रंग मंडल प्रशिक्षण व शोध केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में अाज से 29 दिसंबर तक स्थानीय राजेंद्र स्टेडियम में रंगमंच शताब्दी समारोह का आयोजन किया जा रहा है.
यह आयोजन दो चरण में हो रहा है जिसमें पहले चरण का कार्यक्रम 25 व 26 दिसंबर को लोक कवि के पैतृक गांव कुतबपुर दियारा में संपन्न हो चुका है. कार्यक्रम में बिहार के नामीगिरामी लोक कलाकार भिखारी की रचनाओं की जीवंत प्रस्तुति देंगे. कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के साथ कई बड़े नाम एक साथ कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. समापन सत्र में प्रसिद्ध लोक कलाकार कल्पना भी शामिल होंगी.
भिखारी की रचनाओं का होगा जीवंत प्रदर्शन : लोक कलाकारों द्वारा भिखारी ठाकुर की रचनाओं का जीवंत प्रदर्शन किया जायेगा. मंगलाचरण, नेटुआ नाच, कठघोरवा नृत्य, डोमकच, गबरघिचोर, जट-जटिन, गोदना, स्त्री परक लोक रंजक तत्व, भिखारी ठाकुर लोकगीत, लोक नृत्य, परिचर्चा, अनहद आदि प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा.
लोक नाटकों के माध्यम से लोक कवि भिखारी ठाकुर को बेटिबेचवा, विदेशिया आदि प्रमुख नाटकों का मंचन भी दर्शकों को आकर्षित करेगा.
27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक राजेंद्र स्टेडियम में चलेगा आयोजन