खाली न करने पर किराया वसूलने की दी चेतावनी
एक सप्ताह के अंदर पीएचसी परिसर को खाली करने का दिया निर्देश
दिघवारा : मुख्य बाजार में चल रहे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दिघवारा के संचालन पर ग्रहण लगता दिख रहा है.अब आने वाले समय में पीएचसी का संचालन कहां होगा, यह एक बड़ा सवाल बन गया है.ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जिला पर्षद, सारण के जिला अभियंता ने पीएचसी प्रबंधन को पत्र लिखकर एक सप्ताह के अंदर पीएचसी के परिसर को खाली करने की बात कही है.पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि अगर एक सप्ताह के अंदर पीएचसी के परिसर को खाली नहीं किया गया तो जिला पर्षद पीएचसी प्रबंधन से किराया वसूलेगा. जिला अभियंता द्वारा पत्र जारी होने के बाद ही दिघवारा में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.
पीएचसी वाले जमीन पर जिला पर्षद ने जताया स्वामित्व : जिला अभियंता ने अपने पत्र में लिखा है कि पीएचसी अभी जिस जगह पर स्थित है, वह जिला पर्षद की जमीन है. उसे अतिशीघ्र खाली कर जिला पर्षद को इसकी सूचना दी जाये. पत्र में यह भी पूछा गया है कि पीएचसी द्वारा किस परिस्थिति में जिला पर्षद की जमीन का उपयोग किया गया और इसके लिए पीएचसी द्वारा जिला पर्षद के किस पदाधिकारी से निर्देश प्राप्त किया गया था?
पीएचसी की जमीन किसकी,एक बड़ा सवाल: जिला पर्षद का दावा है कि पीएचसी की जमीन उसकी है जबकि जानकार बताते हैं कि पीएचसी की जमीन का खतियान पीएचसी के ही नाम है. उनलोगों के अनुसार जिला पर्षद द्वारा स्वामित्व को लेकर जो दावा किया जा रहा है, उसके दावे में दम नहीं लग रहा है.
स्थानीय लोगों में रोष,डीएम को लिखा पत्र : जब से जिला पर्षद द्वारा पीएचसी को खाली करने का निर्देश दिया गया है तब से स्थानीय लोगों में रोष है. लोग आंदोलन का मूड बना रहे हैं.
अनिल सिंह, राममूर्ति, सुनील पंडित, सुरेंद्र राम, सुनील पंडित सरीखे दर्जनों लोगों ने डीएम को पत्र लिखकर इस मामले में मध्यस्थता करने की अपील की है. उनलोगों का कहना है कि अभी मुख्य बाजार में जो पीएचसी चल रहा है, उससे स्थानीय लोगों को काफी फायदा है. लोग देर रात तक आसानी से यहां पहुंचते हैं और इलाज करवाकर घरों को लौट जाते हैं, जबकि अभी प्रखंड के पास जो सीएचसी है वह आवागमन व सुरक्षा के दृष्टिकोण से अच्छा नहीं है.