दरौली : सनातन धर्म में पिता द्वारा पुत्र को मुखाग्नि दिया जाना काफी दुखद घड़ी माना गया है. इसी दु:खद घड़ी में एक पिता ने सोमवार रात अपने पुत्र को सरयू तट पर मुखाग्नि दी. यह करुणामय दृश्य देख मौजूद लोगो की आंखें भर आयीं. सोमवार को दरौली के केवटलिया घाट पर सरयू नदी में डूबने से हुई दो कांवरियों की मौत में पहले कांवरिये अमित सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार की देर रात उसी घाट पर किया गया, जहां वह पानी में डूब गया था. अमित के पिता रामदत्त सिंह ने जब मुखाग्नि दी,
तो वे खुद को रोक नहीं सके. अमित अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था और घर पर रह कर पढ़ाई करता था. इसके दो बड़े भाइयों में देवेंद्र सिंह विदेश रहते हैं तथा दूसरे बड़े भाई जितेंद्र सिंह किसी अन्य राज्य में रह कर नौकरी करते हैं. अमित सोमवार को केवटलिया सरयू घाट से जल भरने अपने अन्य कांवरिया साथी के संग गया था, जहां एक साथी सोनू के साथ नदी में डूब गया था. उसके शव को काफी मशक्कत के बाद चार घंटे बाद शव को नदी से निकाला जा सका था.