छपरा(सारण) : जिला पुलिस प्रशासन ने करोड़ों रुपये की जायदाद को जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित करने की कवायद शुरू कर दी है. दुकानों व मकानों को जब्त करने के बाद निलामी भी की जायेगी. लगभग पचास से अधिक दुकान व मकान के अलावा भूमि के प्लॉट हैं, जिसे जब्त किया जायेगा और सरकारी संपत्ति […]
छपरा(सारण) : जिला पुलिस प्रशासन ने करोड़ों रुपये की जायदाद को जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित करने की कवायद शुरू कर दी है. दुकानों व मकानों को जब्त करने के बाद निलामी भी की जायेगी. लगभग पचास से अधिक दुकान व मकान के अलावा भूमि के प्लॉट हैं, जिसे जब्त किया जायेगा और सरकारी संपत्ति घोषित किया जायेगा.
जब्त मकानों व दुकानों को सरकारी कार्यों के लिए उपयोग किया जायेगा. वैसे दुकानों व मकानों को नीलाम भी किया जायेगा जिसकी जरूरत सरकार व प्रशासन को उपयोग करने के लायक नहीं है.
दुकानों व मकानों को पहले चरण में जब्त करने के लिए सील किया जा रहा है. शराब की ढुलाई करने तथा शराब का कारोबार करने में प्रयोग करते समय जब्त किये गये वाहनों को भी नीलाम किया जायेगा. जिले में करीब 75 से 80 दोपहिया-चार पहिया, यात्री वाहक तथा माल वाहक वाहन है. जिन्हें शराब की ढुलाई करते समय पुलिस ने जब्त की है.
दो वर्ष के अंदर जब्त किये गये इन सभी वाहनों को सरकारी संपति घोषित किया जायेगा. जिसमें करीब एक दर्जन स्कॉर्पियो, टाटा सुमो, बोलेरो, ऑल्टो कार आदि लग्जरी वाहन शामिल है. सबसे अधिक ट्रक, पिकअप वैन, ट्रैक्टर और टेंपो शामिल है. इन सभी वाहनों को नीलाम करने के लिए प्रक्रिया जल्द शुरू की जायेगी.
पुलिस अधीक्षक अनुसूइया रणसिंह साहू ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में यह कदम उठाया गया है. शराब कारोबारियों के मकानों, दुकानों को जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है. मकानों, दुकानों को सील करने के बाद उसका अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के लिए सरकार को भेजा जायेगा. वैसे भूमि को भी जब्त किया जा रहा है, जिस पर कोई मकान या दुकान अथवा स्थायी पक्के निर्माण कार्य नहीं कराया गया है. लेकिन उसपर शराब बनाने अथवा बेचने की कार्रवाई की जाती है. भूमि का प्लॉट जब्त कर इसकी सूचना सरकार को भेजी जा रही है.
शराब की कमाई से संपति अर्जित करने वालों की उड़ी नींद : शराब की कमाई से अर्जित भवन-भूमि, दुकान-मकान, वाहन समेत सभी चल-अचल संपत्ति को जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित करने की प्रक्रिया शुरू किये जाने से शराब माफियाओं के होश उड़ गये हैं. अब तक जिले में पच्चीस से अधिक दुकानों व मकानों को पुलिस ने सील कर दिया है. करीब 75 से अधिक छोटे बड़े वाहन थानों में जब्त है. शराब माफियाओं के करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित करने से सरकार को काफी राजस्व एक मुस्त मिलने की संभावना बढ़ गयी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
शराबबंदी कानून लागू होने के बाद गलत तरीके से शराब का कारोबार करने वाले लोगों की भवन-भूमि समेत चल-अचल संपति को सरकारी संपति घोषित करने की कार्रवाई की गयी है. खासकर वैसे मकान-दुकान तथा भवन-भूमि को सील व जब्त किया जा रहा है, जहां शराब का कारोबार किया जाता था. शराब की ढुलाई करने में प्रयोग किये गये जब्त वाहनों को भी सरकारी संपति घोषित करने व निलाम करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी है.
अनुसूईया रणसिंह साहू
पुलिस अधीक्षक,सारण
करोड़ों की जायदाद को जब्त करने की प्रशासन ने शुरू की कवायद