समस्तीपुर : चलती ट्रेन में इज्जत बचाने के लिए कूद गयी थी किशोरी. गत चार दिनों से पटना के एक निजी नर्सिंग होम में जीवन और मौत से जूझ रही किशोरी ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आपबीती सुनाई. जीआरपी ने किशोरी के बयान पर चार पांच पेंट्रीकार कर्मी समेत आधा दर्जन अज्ञात यात्रियों पर […]
समस्तीपुर : चलती ट्रेन में इज्जत बचाने के लिए कूद गयी थी किशोरी. गत चार दिनों से पटना के एक निजी नर्सिंग होम में जीवन और मौत से जूझ रही किशोरी ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आपबीती सुनाई. जीआरपी ने किशोरी के बयान पर चार पांच पेंट्रीकार कर्मी समेत आधा दर्जन अज्ञात यात्रियों पर एफआइआर दर्ज की है. रेल थानाध्यक्ष विनोद राम ने बताया कि सुबह होश आने के बाद किशोरी का बयान लिया गया है.
किशोरी के अनुसार वह मूलत: बख्तयारपुर के राघोपुर की रहने वाली है. इन दिनों दानापुर के एक रिटायर्ड दारोगा के यहां रह कर घरेलू काम करती थी. काम में उसका मन नहीं लग रहा था. गत 11 अगस्त को उक्त दारोगा परिवार के एक बच्चे को स्कूल बस में बैठाने के लिए गयी, तो वापस नहीं लौटी.
12 अगस्त को दानापुर थाने में उसके लापता होने संबंधी सनहा रिटायर्ड दारोगा द्वारा दर्ज कराया गया है. वह दिल्ली चली गयी. तीन चार दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद वह किसी ट्रेन से गोरखपुर चली आयी. गोरखपुर में भी वह दो तीन दिन रही. जब वह सोमवार को वापस लौट रही थी,
तो ट्रेन के पेंट्रीकार में पानी लाने गयी, तो वहां कुछ देर के लिए बैठ गयी. इस दौरान पेंट्रीकार के तीन-चार कर्मियों ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी. वह इसका विरोध करते हुए बगल के बोगी में चली गयी. सभी लड़के मिलकर उसे बाथरूम की ओर ले जाने लगे तो वह इज्जत बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूद गयी. हालांकि, वह किस ट्रेन से सफर कर रही थी यह उसने पुलिस को नहीं बताया है.
सेवानिवृत्त दारोगा के यहां काम करती थी
11 अगस्त को दानापुर से भागी थी
पेंट्रीकार कर्मियों की ली जायेगी तस्वीर
जीआरपी थानाध्यक्ष विनोद राम ने बताया कि दोषियों की पहचान कराने के लिए सोमवार को दोपहर बाद समस्तीपुर की ओर आने वाली पेंट्रीकार वाली ट्रेनों के पेंट्रीकार कर्मियों की तसवीर लेकर किशोरी से पहचान करायी जायेगी. अगर किशोरी ने दोषियों की पहचान की तो उसकी गिरफ्तारी की जायेगी.