समस्तीपुरः दुष्कर्म की घटना के बाद हत्या किये जाने की कोई यह पहली घटना नहीं है. इससे पूर्व भी दुष्कर्म कर हत्या किये जाने की घटना को लेकर समस्तीपुर शर्मशार हो चुका है. कड़े कानून बनाये जाने के बाद भी इस घटना पर रोक नहीं लगने को लेकर बुद्धिजीवी समाज कानून व्यवस्था पर अंगुली उठाने लगे हैं. चकमेहसी थाना के हजपुरवा गांव में दुष्कर्म के बाद जिस तरीके से किशोरी की हत्या की गयी है.
उसे इंसान नहीं बल्कि किसी दरिंदे की श्रेणी में ही रखा जा सकता है. किशोरी की हालत देख लोगों की रुह कांप उठी. लोगों का मानना है कि साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से ही किशोरी की हत्या कर दी गयी. इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिह्न् लगा दिया है. हैरत इसका है कि घटना की सूचना अहले सुबह देने के बाद भी दो किलोमीटर की दूरी तय करने में चकमेहसी पुलिस को कई घंटे लग गए. इसको लेकर लोगों में काफी आक्रोश है. वहीं देर शाम तक आरोपित की शिनाख्त नहीं होने के कारण पुलिस भी काफी परेशान थी.
इससे पूर्व 23 नवंबर को रोसड़ा थाना के रानीपड़ती में कैंप लगा कर रहे रहे खानाबदोस समुदाय की एक सात वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर दी गयी थी. पीड़ित थाना के सोनुपुर गांव की रहने वाली थी. जो अपने परिजनों के साथ रानीपड़ती गांव में थी. कल्याणपुर. चकमेहसी थाना के हजपुरवा गांव में इस विभत्स घटना को लेकर स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं. लोगों का मानना है कि घटना स्थल के पास कई ताड़ी की दुकानें संचालित हो रही है. इसमें अवैध रुप से धड़ल्ले से शराब परोसी जाती है. इसके कारण शराबियों एवं मजनुओं की भीड़ दुकान पर मंडराती रहती है. शिकायत के बाद भी पुलिस इसे रोकने में विफल साबित हुई है.नतीजतन देर रात तक ताड़ी दुकान में शराब बेचने का धंधा जारी रहता है. इसके कारण मजनुओं, शराबियों के साथ साथ अपराधियों का भी यहां आना जाना लगा रहता है.