रोसड़ा, समस्तीपुरः रोसड़ा बस पड़ाव में खड़ी बस को मंगलवार की देर रात फूंक दिया गया. इसमें बस में सोने गये चालक भी जल गया. हालांकि पुलिस का कहना है, पहले बस चालक की हत्या की गयी होगी. इसके बाद साक्ष्य को छुपाने के लिए बस में आग लगायी गयी है. पुलिस इसी को आधार मान मामले की जांच कर रही है. जानकारी के अनुसार बेगूसराय के खोदावंपुर थाने के वारा गांव का रहनेवाला केदार सहनी बस चालक था. वह अंबा ट्रेवेल्स की बस चलाता था. बस समस्तीपुर से रोसड़ा के बीच चलती थी. मंगलवार की रात फेरा पूरा करने के बाद केदार सहनी रोसड़ा पहुंचा. यहीं उसने स्टैंड में बस लगा दी. इसके बाद रोसड़ा में गांधी चौक के निकट वह देखा गया. बताया जाता है, चौक के पास ही उसकी ससुराल है.
इसके बाद रात में दस बजे के आसपास वह फिर से बस में आ गया. बस में लगी टीवी में सिनेमा देखने लगा. स्थानीय लोगों का कहना है, रात में लगभग बारह बजे तक वह सिनेमा देख रहा था. इसके बाद सो गया. रात में लगभग ढाई बजे बस से आग की लपटें निकलने लगीं, तब आसपास के लोगों को इसका पता चला, तब तक आग इतनी भीषण हो चुकी थी. कोई बस में जाने का साहस नहीं जुटा पा रहा था.
इसके बाद इसकी जानकारी स्थानीय थाने को दी गयी. सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष बालकृष्ण यादव मौके पर पहुंचे. इसके बाद एसडीओ कुंदन कुमार, डीएसपी संतोष कुमार, बीडीओ शरद कुमार झा भी वहां पहुंचे. पुलिस अधिकारियों ने कहा, प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है, आग के पिछले हिस्से में अंदर से लगायी गयी है. इससे यह जान पड़ता है, पहले चालक केदार सहनी की हत्या की गयी होगी. इसके बाद साक्ष्य को छुपाने की नीयत से बस में आग लगायी गयी होगी.
केदार सहनी के साले सुरेश सहनी के बयान पर रोसड़ा थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. केदार के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. प्राथमिकी में सुरेश ने लिखा है, पहले केदार की हत्या की गयी होगी. बाद में साक्ष्य छुपाने की नीयत से बस में आग लगायी गयी होगी.