समस्तीपुर : साल के पहले महीने में ही रेलवे ने यात्रियों के लिए नयी सुविधा की शुरुआत की है. अब स्पेशल ट्रेनों में भी सामान्य ट्रेनों के तर्ज पर 120 दिन पहले आरक्षण की सुविधा मिलेगी. यह व्यवस्था सुविधा स्पेशल ट्रेनों में भी मान्य होगी. 15 जनवरी से इसकी शुरुआत कर दी गयी है. फिलहाल, […]
समस्तीपुर : साल के पहले महीने में ही रेलवे ने यात्रियों के लिए नयी सुविधा की शुरुआत की है. अब स्पेशल ट्रेनों में भी सामान्य ट्रेनों के तर्ज पर 120 दिन पहले आरक्षण की सुविधा मिलेगी. यह व्यवस्था सुविधा स्पेशल ट्रेनों में भी मान्य होगी. 15 जनवरी से इसकी शुरुआत कर दी गयी है. फिलहाल, छह महीने के ट्रायल पर इसे लागू किया गया है. सुविधा व स्पेशल ट्रेनों के किराये में किसी प्रकार का संशोधन नहीं किया गया है. बता दें कि रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों को लेकर 2015 में संशोधित आदेश जारी किये थे.
इनमें किराये के साथ आरक्षण सेवा की अवधि में भी संशोधन किया गया था. स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को 10 दिन से अधिकतम 60 दिन पहले तक ही आरक्षण कराने की सुविधा दी गयी थी. अब इसका विस्तार चार माह यानी 120 दिन किया गया है. वहीं सुविधा स्पेशल ट्रेनों में आरक्षण कराने को लेकर न्यूनतम 10 दिन व अधिकतम एक माह यानी 30 दिन तक का ही समय निर्धारित था. नये निर्णय के अनुसार इन ट्रेनों में भी अब 120 पहले आरक्षण करा सकते हैं.
इतना ही नहीं, सुविधा जैसी प्रीमियम ट्रेनों के टिकट रद्द कराने पर अब सामान्य-मेल एक्सप्रेस के तर्ज पर रिफंड मिलेगा. अतिरिक्त शुल्क नहीं चुकाने होंगे.
ठंड में भी तत्काल टिकट का अकाल : ठंड में भी तत्काल टिकटों का अकाल पड़ गया है. ट्रेनों के अचानक निरस्तीकरण के बाद यात्रियों की परेशानी और बढ़ जा रही है. दिल्ली हो या मुंबई कहीं के लिए किसी भी ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा. काउंटरों से किसी तरह एक से दो टिकट कंफर्म मिल रहा, शेष वेटिंग हो जा रहा. वहीं, कंफर्म टिकट के लिए लोग आरक्षण कार्यालयों में लाइन लगा रहे हैं. मौसम की मार ट्रेनों पर पड़ी है. पिछले माह से गाड़ियां लगातार विलंबित हो रही हैं. सुबह वाली ट्रेन शाम हो और रात वाली दूसरे दिन दोपहर में पहुंच रही हैं. विलंबन के चलते अचानक गाड़ियां निरस्त हो जा रही हैं. जनरल के यात्री तो दूसरी ट्रेनों से रवाना हो जा रहे हैं, लेकिन आरक्षित टिकट वालों की पूरी प्लानिंग ही चौपट हो जा रही. उनका किराया तो वापस हो जा रहा लेकिन फिर कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा. ऐसे में वे तत्काल टिकट के लिए भागकर रेलवे काउंटर पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां भी निराशा ही हाथ लग रही. काउंटरों पर भी महज एक से दो टिकट ही कंफर्म निकल रहे हैं. पहले सिर्फ गर्मी की छुट्टी और त्योहारों में तत्काल की परेशानी होती थी, अब जाड़ा हो या बरसात हर मौसम में तत्काल का अकाल पड़ा हुआ है. सूत्रों का कहना है कि तत्काल टिकट पूरी तरह से दलालों के कब्जे में है. तत्काल के रूप में आरक्षित 20 से 30 फीसदी टिकट उनकी ही झोली में जा रही है. दरअसल, रेलवे को कोई नुकसान तो है नहीं. दलाल नेट से टिकट बुक कर ले रहे हैं. किराया रेलवे के खाते में पहुंच जा रहा है और दलाल कंफर्म के नाम पर मुंह मांगा कीमत वसूल रहे हैं. हालांकि, रेलवे सुरक्षा बल की सीआइबी टीम लगातार छापेमारी कर रही है. बिचौलिये पकड़े भी जा रहे हैं, लेकिन कहीं कोई असर
नहीं पड़ रहा.