समस्तीपुर. अर्से बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर लुटेरा लक्ष्मी महतो का आपराधिक इतिहास से भले ही जिले की पुलिस अनभिज्ञ है लेकिन इसके कारनामे शहरवासियों की जुबान पर आज भी तैर रहे हैं. चीनी मिल चौक के समीप अपने घर से गिरफ्तार हुआ लक्ष्मी वर्ष 1990 में अंगारघाट क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम देकर पहली बार चर्चा में आया था.
तब इसके विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कर इसकी तलाश शुरू की गयी थी. इस शातिर ने नगर और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में कई घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस की परेशानी बढ़ा दी थी.
इसने वर्ष 2003 में नगर थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष आस्कर समद पर चीनी मिल चौक पर बम से हमला कर दिया. तब इसके इस कारनामे ने शहरवासियों के साथ साथ पुलिस महकमे में एकाएक सनसनी फैला दी थी. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद इसकी गिरफ्तारी करने में सफलता हासिल की. जेल से लौटने के बाद छिटपुट घटनाओं को अंजाम देता रहा. मुफस्सिल थाना के कपरूरी ग्राम में वर्ष 07-08 में इसने गोला रोड के एक व्यवसायी की मुंशी को दिन दहाड़े गोली मारकर 80 हजार रुपये लूट लिये थे.
तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष बीबी पांडेय ने इसकी गिरफ्तारी के लिए एड़ी चोटी एक कर दी फिर भी यह पुलिस गिरफ्त में नहीं आया. बाद के वर्षो में इसके जिला से बाहर रहने की चर्चा भी सुनी जाने लगी थी. कुछ समय पूर्व ही लक्ष्मी महतो ने वापस शहर में कदम रखा. अचानक बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक से हुई लूट की घटना के बाद पुलिस ने इसके घर से गिरफ्तारी कर ली. हथियार व कारतूस बरामद किये हैं.
अजय की मां को चुकानी पड़ी थी कीमत
लूट कांड में गिरफ्तार अजय अपराध की कीमत इसकी मां को भी चुकानी पड़ी थी. कुछ ही वर्षो पूर्व गरुआरा चौर में बस रोककर अपराधियों ने अजय की मां को गोली मार दिया था. इसके बाद अपराधी फरार हो गये थे. घटना से खौफजदा बस चालक ने वाहन खड़ा कर मौके से फरार हो गया. बाद में पहुंची पुलिस ने घटना के बाबत जांच शुरू की.
अजय पर भी दर्ज हैं कई मामले: लूट कांड में पुलिस के हत्थे चढा कल्याणपुर थाना क्षेत्र के मुसेपुर गांव का अजय राय का भी आपराधिक इतिहास रहा है. अजय पर वर्ष 1992 में मुसरीघरारी थाना कांड संख्या 23/92 दर्ज हैं. मुफस्सिल थाना में वर्ष 99 में थाना कांड संख्या 464/99 दर्ज हैं.