प्रशासन मुस्तैद. पंद्रह दिनों में दूसरी बार परेशानी
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बढ़ा डिस्चार्ज, तटबंध के अंदर फिर से बाढ़
प्रशासन मुस्तैद. पंद्रह दिनों में दूसरी बार परेशानी कोसी बराज से डिस्चार्ज बढ़ने व कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में मूसलधार बारिश से तटबंध के अंदर बाढ़ का पानी फैल गया है. इससे यहां जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नवहट्टा : कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश व कोसी बराज से डिस्चार्ज बढ़ने से […]
कोसी बराज से डिस्चार्ज बढ़ने व कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में मूसलधार बारिश से तटबंध के अंदर बाढ़ का पानी फैल गया है. इससे यहां जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
नवहट्टा : कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश व कोसी बराज से डिस्चार्ज बढ़ने से तटबंध के अंदर तीसरी बार बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शुक्रवार को नदी में डिस्चार्ज की मात्रा दो लाख 47 हजार क्यूसेक तक पहुंच गयी. हालांकि विकेज एक लाख 58 हजार हो जाने के कारण नदी के जल स्तर में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं. नदी के इस घटते-बढ़ते जल स्तर के कारण तटबंध के अंदर के सात पंचायत के 70 हजार से अधिक की आबादी इस वर्ष तीसरी बार बाढ़ के दंश को झेल रही है. हालांकि इस बाढ़ से निबटने के लिए अंचल प्रशासन मुस्तैद दिख रही है.
पशु चारे की समस्या: नदी में हो रही लगातार जल वृद्धि से पूर्वी व कोसी तटबंध के अंदर के सात पंचायत के 70 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में आ गयी है. परहारा निवासी गौरव कुमार ने बताया कि पिछले हप्ता जब बाढ़ आयी थी. तब पूरा जलमग्न था. कही भी सुखा स्थान नहीं था. जल्दी-जल्दी पानी आने से नदी का पानी गांव के नये ठिकानों में भी प्रवेश कर रहा है. जिससे पशु के चारे की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जायेगी.
दो सप्ताह में दो बार आयी बाढ़: 13 सितंबर को कोसी बराज से वर्ष का उच्चत्तम डिस्चार्ज दो लाख 90 हजार क्यूसेक गया था. पुन: एक सप्ताह बाद 22 सितंबर को नदी का डिस्चार्ज दो लाख 47 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. इससे बाढ़ का पानी अब नये इलाकों में प्रवेश कर रहा है. सरकारी कैलेंडर में बाढ़ की अवधि 15 जून से 15 अक्तूबर तक निर्धारित है. इस बाढ़ अवधि में 15 जून से 22 सितंबर के बीच न्यूनतम एक लाख व अधिकतम दो लाख 90 हजार क्यूसेक रिकार्ड किया गया.
जल स्तर एक लाख 50 हजार से अधिक ही रहा. इसके कारण तटबंध के अंदर के सात पंचायत के हाटी, केदली, बकुनिया, डरहार, नौला, सत्तौर व शाहपुर पंचायत के लोगों को इस वर्ष तीसरी बार बाढ़ के दंश को झेलना पड़ रहा है.
तटबंध के अंदर एक बार फिर बढ़ा जल स्तर.
सीओ ने किया निरीक्षण
कोसी नदी में बाढ़ अवधि के अंतिम क्षण में हुई जल वृद्धि को देखते हुए सीओ शफी अख्तर ने पूर्वी कोसी तटबंध के 72 से 84 किलोमीटर तक तटबंध का निरीक्षण किया. तटबंध के अंदर के गांव में आयी बाढ़ से निबटने की सारी तैयारी का मुक्कमल जायजा लिया व पानी की स्थिति के जायजा लेने के लिए सीओ ने सीआइ अर्जुन पासवान, कर्मचारी नीरज कुमार अमीन, भगवान प्रसाद को तटबंध के अंदर भेजा है. ताकि बाढ़ से हुए नुकसान का सही आकलन किया जा सके.
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