पूर्ण शराबबंदी होने तक जारी रहेगा संघर्ष : रूबी बिहार के इतिहास में पहली बार किसी सीएम ने दिखायी हिम्मतविदेशी शराब के बंद होने तक महिलाओं को रहना होगा सजग
सहरसा : मुख्यालयबिहार के इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने शराबबंदी का वादा किया और फिर से सरकार में आने के बाद घोषणा करते अमल भी शुरू कर दी. राष्ट्रीय महिला ब्रिगेड की प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्षा रूबी कुमारी ने इस पहल के लिए नीतीश सरकार को धन्यवाद देते यह बातें कही.
उन्होंने कहा कि अभी सरकार ने सिर्फ देशी शराब के निर्माण व बिक्री पर रोक लगायी है. सीमित शहरों में सीमित काउंटरों पर सरकारी स्तर पर विदेशी शराब बेचने की नीति बनायी है. पूर्ण शराबबंदी होने तक महिला ब्रिगेड का संघर्ष जारी रहेगा. श्रीमती रूबी ने कहा कि देशी शराब के तत्काल बंद होने से गरीबों के घर राहत आयेगी.
वे चाह कर भी महंगी विदेशी शराब नहीं खरीद सकेंगे. ऐसे में उस घर की महिलाओं को और भी सशक्त होना होगा कि उस घर के शराबी मर्द शराब के लिए गहने-जेवर, बरतन-बासन न बेच दें. कार्यवाहक अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की कुछ मजबूरियां रही होगी. चार हजार करोड़ रुपये के राजस्व का सवाल है.
लेकिन उन्हें क्रमवार रूप से शराब को पूर्ण रूप से बंद करना ही होगा. बिहार को अल्कोहल फ्री स्टेट घोषित करने तक महिलाएं सड़क पर उतरती रहेंगी. उन्होंने कहा कि शराब ने राज्य के लोगों को सभी दृष्टिकोण से पंगु बना दिया है. घर-घर शराबी पैदा हो गए हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रसार काफी तेजी से फैल गया है.
आर्थिक संपन्न हो रहे घरों में एक बार फिर से दरिद्रता आने लगी. उस घर की महिलाएं पुरुषों के हाथों प्रताडि़त की जाने लगी. युवा दिग्भ्रमित हो गए. सरकार को इस मानव संसाधन को सबलता देने के लिए पूर्ण शराबबंदी लागू करनी होगी.