तभी पड़ोस में रह रहे सर हरिवल्लभ उच्च विद्यालय सोनवर्षा के शिक्षक नंदलाल साह पीड़िता को पकड़ कर दुष्कर्म का प्रयास करने लगे. पीड़िता के चिल्लाने की आवाज सुन दोनों छोटे भाई घर से बाहर निकल कर मदद को चिल्लाने लगे. यह देख आरोपी शिक्षक घर से भाग निकला. धानरोपनी से लौटने के बाद माता-पिता को जब यह जानकारी मिली तो अगले दिन 22 जुलाई को कोपा स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में पीड़िता के माता पिता द्वारा पंचों को बैठाकर न्याय की गुहार लगाई गयी. लेकिन उक्त पंचायत से आरोपी शिक्षक दूर रहा. उसके बाद पीड़िता के माता-पिता को चुप रहने के लिए शिक्षक द्वारा तरह-तरह की धमकी दी जाने लगी.
पीड़िता की मां घटना के बाबत आवेदन देकर स्थानीय थाना भी पहुंची. लेकिन थाना पुलिस ने आवेदन लेकर काशनगर ओपी जाने को कहा. घटना के बाद काशनगर ओपी पुलिस पीड़िता के घर पहुंच कर सारी बात की जानकारी लेकर सुलह कर लेने का सलाह दी. घटना के बाद शुक्रवार को पीड़िता की मां अन्य जीविका के सदस्यों के साथ सोनवर्षा स्थित जीविका कार्यालय पहुंच कर मदद की गुहार लगाने पहुंची तो जीविका कर्मियों ने पुलिस के वरीय पदाधिकारी को दूरभाष से घटना की जानकारी देते हुए पीड़िता के माता-पिता को आरक्षी अधीक्षक के पास जाने की राय दी.