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जामताड़ा में चहकेगी दत्तक गृह की लाडली
सहरसा: कोसी चौक स्थित दत्तक गृह को अपनी किलकारी से चहकाने वाली राधिका अब जामताड़ा के एक आंगन में चहकेगी. सोमवार को दत्तक गृह में जामताड़ा के एक दंपति ने उसे अपनी बेटी मान गोद लिया. दंपति को सहायक निदेशक अनिल पटेल, बाल संरक्षण पदाधिकारी भास्कर कश्यप, सीडब्ल्यूसी चेयरपरसन किशोर सुमन, सदस्य प्रेमशंकर झा, हनुमान […]
सहरसा: कोसी चौक स्थित दत्तक गृह को अपनी किलकारी से चहकाने वाली राधिका अब जामताड़ा के एक आंगन में चहकेगी. सोमवार को दत्तक गृह में जामताड़ा के एक दंपति ने उसे अपनी बेटी मान गोद लिया. दंपति को सहायक निदेशक अनिल पटेल, बाल संरक्षण पदाधिकारी भास्कर कश्यप, सीडब्ल्यूसी चेयरपरसन किशोर सुमन, सदस्य प्रेमशंकर झा, हनुमान प्रसाद, ग्रामीण विकास सेवा समिति के सचिव रामप्रवेश कुमार, प्रबंधक श्वेता कुमारी, बालिका गृह की अधीक्षक ममता कुमारी ने संयुक्त रूप से राधिका को सुपुर्द किया. अपनी गोद में बच्ची पाकर दंपति फूले नहीं समा रहे थे. प्रबंधक ने बताया कि दंपति को दो माह के लिए लालन-पालन करने के लिए दिया गया है. बच्चे के पूरी तरह व्यवस्थित हो जाने के बाद न्यायालय से कानूनी रूप से सौंप दिया जायेगा. राधिका के दत्तक गृह से बाहर निकलते ही गृह में मायूसी छा गयी तो दंपति के चेहरे पर खुशी छा गयी.
चेहरे पर लौटी खुशी
अपनी गोद में लाडली को पाकर दंपति की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. गोद में बच्ची को देते ही दंपति की आंखों में आंसू आ गये. दंपति ने कहा कि भगवान ने सब कुछ दिया था लेकिन बच्चे के बिना सब व्यर्थ था. आज बड़ी मुश्किल से राधिका मिली. अब जिंदगी भी खुशहाल हो गयी. सूनी आंखों में राधिका की किलकारी नयी प्रकाश लायेगी. दंपत्ति ने बताया कि परिजनों की इच्छा के बाद हमलोगों ने बच्ची को गोद लेने का फैसला किया. पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद जब गोद लेने बुलाया गया तो पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गयी.
आप भी ले सकते हैं गोद
दत्तक गृह संस्थान से आप भी बच्चे को परिवार व माता-पिता का स्नेह व प्यार देने के लिए गोद ले सकते हैं. प्रबंधक ने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम 2000 के तहत अनाथ बच्चों को गोद लिया जा सकता है. इसके लिए गोद लेने वाले माता-पिता की आय का उचित व नियमित स्नेत होना चाहिए. दंपति में किसी को भी गंभीर बीमारी न हो. आपराधिक रिकार्ड नहीं हो, उम्र 90 से अधिक नहीं होनी चाहिए. एकल माता-पिता भी बच्च गोद ले सकते हैं. गोद लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.एडोप इंडिया.एनआइसी.इन पर पंजीकरण कराये. दत्तक ग्रहण एजेंसी ग्रहण की पूर्ण जानकारी देकर आपकी आशंकाओं को दूर करेगी.
एजेंसी के कार्यकर्ता आपके घर जाकर सामाजिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि का आकलन करेंगे. इसके बाद एजेंसी एक योग्य बच्चे को चिह्न्ति कर आपको स्वीकृति के लिए देगी. यदि आपको बच्च पसंद हो गया, तो आप अपने पसंद के चिकित्सक से चिकित्सकीय परीक्षण करा सकते हैं. कानूनी कार्रवाई प्रारंभ होने के साथ ही आप बच्चों को प्री-एडोप्सन में ले जा सकते हैं.
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