दुकान बंद कर फरार हो गये अवैध शराब विक्रेता
महिलाओं ने कहा परेशानी का सबब बनी है शराब
शराब पीने के कारण जमीन बेच चुके हैं शराबी
सहरसा: पूरे मुहल्ले में शराब की खुली दर्जनों अवैध दुकानों पर शुक्रवार को वहां की महिलाओं का गुस्सा भड़क गया. सैकड़ों की संख्या में नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 39, कोरलाही की गृहिणी महिलाओं ने झाड़ू व खपरी के साथ सड़कों पर उतर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. महिलाओं के गुस्से से डर कर सभी अवैध शराब विक्रेता दुकान बंद कर फरार हो गये थे. प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि उनके घर वाले पहले बाहर से शराब पी कर आते थे. अब मुहल्ले में ही घर-घर दुकान होने से वे दिन-रात शराब में डूबे रहते है. छोटे-छोटे बच्चों से भी शराब मंगवा कर शराब के चक्कर में उनके मर्द जगह-जमीन तक बेच चुके है. घर से लेकर बाहर तक महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर कर पीटना व भद्दी-भद्दी गालियां देना रोज की नियति बन गयी है. महिलाओं ने अपने शरीर का जख्म दिखाते कहा कि शराब पीने से मना करते पर उनकी बेतहाशा पिटाई होती है. सड़क से गुजरने वाले आम राहगीरों से लड़ाई व गुजर रही महिलाओं पर फब्तियां कसने के कारण यह इलाका नरक बन कर रह गया है.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि पूरे मुहल्ले को शराब खाना बनाने में कुछ बड़े लोगों का भी हाथ है. महिलाओं द्वारा जुलूस की शक्ल में क्रमवार शराब की सभी बंद दुकानों को झारू व खपरी से पीट आक्रोश को जाहिर किया गया. गांव की महिला दिघिया देवी, बिजली देवी, तेतरी देवी, परिया देवी, रूमा देवी, शकुंतला देवी, गीतो देवी सहित अन्य महिलाओं द्वारा शराब बिक्री का बहिष्कार करने को लेकर किये जा रहे प्रतिकार का असर गांव में देखने को मिल रहा है. महिलाओं द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को जहां गांव के पढ़े लिखे पुरुष व बच्चों का समर्थन मिल रहा है, वहीं अवैध शराब विक्रेताओं सहित पियक्क ड़ों का समूह गांव में नजर नहीं आ रहा था.