सहरसा: जाना था जापान पहुंच गये चीन.. समझ गये ना..कुछ इसी अंदाज में घर से पटना जाने को निकले आधा दर्जन से अधिक यात्री हवालात पहुंच गये. सोमवार को भाया सहरसा से पटना होते दानापुर जाने वाली इंटरसीटी एक्सप्रेस की महिला बोगी में जबरन सफर करना पुरुष यात्रियों को काफी महंगा पड़ा.
जब सुपौल से सहरसा जंकशन पहुंची एनसीसी की महिला कैडेटों की शिकायत पर आठ लोगों को खगड़िया रेल हाजत की हवा खानी पड़ी. आरपीएफ इंस्पेक्टर रुपेश कुमार ने बताया कि कमांडों ट्रेनिंग के लिए रवाना हो रही महिला कैडेटों को ट्रेन की महिला बोगी में पुरुष यात्री प्रवेश करने नहीं दे रहे थे. जिसकी शिकायत करने पर हुई कार्रवाई में अनाधिकृत रुप से सफर कर रहे आठ लोगों को दबोचा गया.
कार्रवाई से मची हलचल
अमूमन विकलांग व महिला बोगी पर अपना अधिकार समझ चुके स्थानीय रेल यात्रियों को अचानक पुलिस छापे से अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. सभी महिलाओं से माफी मांग दूसरे बोगी में शिफ्ट कर गये. शेष बचे लोगों ने बोगी खाली करने से इंकार कर दिया. जिसे सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने गिरफ्तार कर लिया. जिसमें बिहरा के प्रह्वाद देव, सुपौल के राजेश कुमार, खगड़िया के प्रदीप कुमार, सहरसा के मो रोज आलम, बलिया यूपी के पिंटू व छोटू कुमार, पूर्णिया के सुनील कुमार सहित अन्य लोग शामिल है. इसमें कई लोगों के पास सामान्य श्रेणी का टिकट भी उपलब्ध नहीं था.
होगी कार्रवाई
आरपीएफ इंस्पेक्टर रूपेश कुमार ने बताया कि सभी गिरफ्तार अभियुक्तों पर मामला दर्ज कर खगड़िया रेल कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि एक्ट के अनुसार छह महीने की सजा व जुर्माना का प्रावधान है. आरपीएफ द्वारा की गयी कार्रवाई के बाद एनसीसी कैडेट्स ने आरपीएफ को धन्यवाद कह ट्रेनिंग के लिए विदा ली.