सहरसा : शादी विवाह के मौसम का परवान इन दिनों जिले भर में चरम पर पहुंच गया है. शादी की तैयारियों को देखते हुए बाजार में खरीदारी करते ग्राहकों की भीड़ को देख बाजार की गरमाहट बनी हुई है
पारंपरिक से लेकर आधुनिक वस्त्रों की खरीदारी वर व वधू पक्ष के द्वारा की जा रही है. स्थानीय होटल, मैरेज होम सहित पंडितों से मिले आंकड़े के अनुसार 14 जुलाई के दिन शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तीन हजार से अधिक शादियां होगी, जिसमें नगर परिषद क्षेत्र में ही तकरीबन एक हजार शादियां होने की बात सामने आ रही है. शादी के इस खास दिन को लेकर लोगों द्वारा बुकिंग संबंधी सभी कार्यो को पूरा कर लिया गया है.
* विवाह का खास परिधान
छोटे शहर व कसबाई इलाकों में भी पहनावे को लेकर वर्तमान पीढ़ी काफी अलग नजरिया को लेकर सामने आ रही है. इन दिनों अधिकांश लोगों द्वारा आधुनिक परिधानों की मांग की जा रही है तो पारंपरिक वस्त्र की डिमांड बाजार में बरकरार है. ड्रेस की खरीदारी में लोगों द्वारा कीमत की परवाह नहीं की जा रही है. इसमें ब्रांडेड वस्त्रों की कीमत सामान्य कपड़ों से लगभग 40 प्रतिशत अधिक है.
* करना होगा इंतजार
शहर में होने वाले विवाह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रक्तकाली मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थानों पर बुकिंग फूल होने की बात कही जा रही है. इन जगहों पर वर-वधु को शादी के सात फेरे के लिए इंतजार करना पड़ सकता है.
स्थानीय कई लोगों द्वारा शादी के लिए उपयुक्त जगह नहीं मिलने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र का रुख करने लगे हैं. यहीं हाल बैंड, गाड़ी, डीजे सहित हलुवाई व टेंट क्रॉकरी हाउस का भी है. टेंट के लिए अब तो समीप के मधेपुरा जिले पर निर्भरता बढ़ गयी है.