सहरसा : बिहरा थाना क्षेत्र के सिहौल कुंवर टोले में गत शनिवार की रात हुई नन्ही उर्फ हिना कुमारी की रहस्यमय मौत का तार प्रेम प्रसंग मामले से जुड़ता दिख रहा है.
हालांकि पुलिस द्वारा बरेबा गाछी में जलती चिता से बरामद किये गये हिना के अधजले शव की जांच रिपोर्ट नहीं आयी है. पुलिस की जांच टीम अधजले शव की फोरेंसिक जांच कराने भागलपुर गयी हुई है. भागलपुर की जवाहर लाल नेहरू विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के बाद लिंग, उम्र तथा मृत्यु के कारण का पता चल सकेगा. फिलहाल पुलिस यूडी मामला दर्ज कर अनुसंधान में जुटी हुई है.
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिना लहटन चौधरी महाविद्यालय, महिषी में इंटर की पढ़ाई कर रही थी. 16 वर्षीया हिना का विगत एक साल से पड़ोसी गांव लालगंज के एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों छुप-छुप कर मिला करते थे. दोनों प्यार में इस कदर डूब गये कि शादी रचाने के लिए घर से भागने की तैयारी में थे. इस बात की भनक हिना के पिता ऋषिकेश उर्फ भजन कामत तथा माता सुनैना देवी को लग गयी. माता-पिता ने उसे घर में कैद कर दिया.
रात में ही जलाया जा रहा था शव
हिना ने शनिवार की रात करीब एक बजे गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. इसकी जानकारी किसी को नहीं मिले उसके लिए माता, पिता एवं अन्य सहयोगियों की मदद से रात में ही शव को जलाने का प्रयास किया गया. सुबह होते ही यह खबर आग की तरह फैल गयी और पुलिस ने चिता बुझा कर अधजले शव को बरामद कर लिया. हालांकि उसके माता, पिता एवं परिजन सर्पदंश से मौत होने की बात कह रहे हैं.
बड़ी बहन ज्योति कुमारी, मिल्की कुमारी एवं खुशबू कुमारी ने बताया कि हिना अहले सुबह तीन बजे बगल में फूल तोड़ने गयी थी कि उधर से घर लौटने के बाद क्या हुआ पता भी नहीं चला. उसकी मौत हो गयी. हमलोगों को सर्पदंश से मौत की सूचना मिली और अपनी-अपनी ससुराल से यहां आये. मां सुनैना देवी को हिना की मौत का काफी सदमा लगा है.
वह बेहोश पड़ी हुई थी. पिता पुलिस के डर से घर छोड़ कर फरार हो गये हैं. हिना का एक छोटा भाई रोहित है. वह बहन की मौत के बारे में कुछ नहीं बताता है. हिना की मौत आत्महत्या है या हत्या, इस रहस्य की चर्चा हर जगह हो रही है. हालांकि इस मौत की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस जुटी हुई है.