संकट. जल स्तर में बढ़ोतरी के बाद सात पंचायत हो रहे प्रभावित
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तटबंध के अंदर गांव में घुसा बाढ़ का पानी, दहशत में लोग
संकट. जल स्तर में बढ़ोतरी के बाद सात पंचायत हो रहे प्रभावित 70 हजार से अधिक की आबादी घर छोड़ने को विवश नवहट्टा (सहरसा) : बाढ़ अवधि की शुरुआत में ही कोसी अपने रंग में दिख रही है. शनिवार रात कोसी बराज से वर्ष का सबसे अधिकतम डिस्चार्ज एक लाख 94 हजार क्यूसेक तक पहुंच […]
70 हजार से अधिक की आबादी घर छोड़ने को विवश
नवहट्टा (सहरसा) : बाढ़ अवधि की शुरुआत में ही कोसी अपने रंग में दिख रही है. शनिवार रात कोसी बराज से वर्ष का सबसे अधिकतम डिस्चार्ज एक लाख 94 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. हालांकि रविवार को कोसी बराज से डिस्चार्ज घट कर एक लाख 49 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. इस घटते-बढ़ते नदी के जल-स्तर से कोसी तटबंध के अंदर के सात पंचायत में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. रविवार रात से नदी के जल-स्तर में हो रही बढ़ोतरी से तटबंध के अंदर के सात पंचायत हाटी, केदली, डरहार, बकुनियां, नौला, सत्तौर व शाहपुर पंचायत के रामजी टोला में बाढ़ का पानी प्रवेश करना शुरू कर दिया है. इससे तटबंध के अंदर के सात पंचायत के 70 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में आ गयी है.
सांप, सियार और कुत्ता की दवा सभी पीएचसी में उपलब्ध: बारिश शुरू होने के पहले राज्य के सभी अस्पतालों में सांप, सियार और कुत्ता काटने की दवा उपलब्ध करा दी गयी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी गहन समीक्षा की और अस्पतालों में उपलब्ध दवा स्टॉक की जानकारी ली. जिलाधिकारियों द्वारा बताया गया कि हर जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम भी गठित कर ली गयी है. आवश्यकता पड़ने पर जनता को नाव के माध्यम से मेडिकल
टीम चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायेगी. निदेशक प्रमुख (आपदा) डॉ केपी सिन्हा ने बताया कि बाढ़ और सुखाड़ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने की गहन समीक्षा की गयी है. इसमें अत्यधिक बाढ़ वाले और संभावित बाढ़ प्रभावित जिलों में बारिश में होनेवाली बीमारियों से निबटने का एसओपी तैयार कर लिया गया है. जिला में जिलाधिकारी, सिविल सर्जन और एसपी की निगरानी में कमेटी का गठन किया गया है. बाढ़ के दौरान होनेवाली बीमारियों में डायरिया, उल्टी-दस्त, पेचिस, बुखार, सांप काटने, सियार के काटने, कुत्ता के काटने सहित प्रसव की व्यवस्था को लेकर सभी जिलों ने तैयारी पूरी कर ली है.
सभी जिलों में दवाओं के साथ पानी को साफ कर पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में हैलोजन की टिकिया भी उपलब्ध करा दी गयी है.
पांच दिनों से कोसी बराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी का प्रकोप फनगो हॉल्ट के निकट स्थित कटाव स्थल पर दिखना शुरू
स्पर संख्या पांच पर कोसी का कटाव तेज, स्पर संख्या छह और सात के बीच रेलवे की ओर से बोल्डर गिराने का सिलसिला जारी
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