सोनवर्षाराज : स्थानीय थाना क्षेत्र के बधैल गांव में सार्वजनिक भैंसा को लेकर उपप्रमुख के परिजन व ग्रामीणों के बीच हुए विवाद में एक नया मोड़ आ गया है. इस विवाद को लेकर जहां प्रखंड उपप्रमुख के पति अश्विनी कुमार उर्फ चंदन यादव द्वारा स्थानीय थाने को आवेदन देकर उक्त गांव के ही कुमोद यादव, प्रमोद यादव, रतन यादव एवं बुदुर यादव पर अपने दरवाजे पर बंधी भैंस जबरन खोलने व विरोध करने पर लूटपाट तथा अवैध हथियारों से गोली चलाने का आरोप लगाया है.
वहीं दूसरी तरफ पंचायत की मुखिया चंद्रिका देवी, सरपंच मिलन देवी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने स्थानीय थाने को आवेदन देकर उपप्रमुख के पति द्वारा स्थानीय थाने को दिये गये आवेदन में लगाये गये आरोपों को झूठा करार दिया है. पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों के द्वारा स्थानीय थाने को दिये गये संयुक्त आवेदन के अनुसार सारा विवाद उपप्रमुख के पति चंदन यादव द्वारा सार्वजनिक भैंसा को 45 हजार रुपये में व्यापारी के हाथों चुपचाप बेचे जाने को लेकर हुआ है.
चंदन यादव ने सार्वजनिक भैंसा की कीमत 45 हजार रूपये व्यापारी के हाथों तय कर उसे बेचने के लिए अपने दरवाजे पर बांध कर रखा था. बीते 24 जून की रात्री चंदन यादव के दरवाजे पर खूंटे से बंधा भैंसा देख गांव का ही कुमोद यादव रात्री नौ बजे के करीब चंदन यादव के घर पर पहुंचकर कहा कि सार्वजनिक भैंसा को ग्रामीणों की सहमति के बिना बेचना सही नहीं है. बस इसी बात को लेकर चंदन यादव, विजेंद्र यादव, शशि यादव एवं कविरंजन कुमार ने राइफल लेकर घेर लिया और गाली गलौज करते हुए मारना शुरू कर दिया. सारा विवाद सार्वजनिक भैंसा को निजी तौर पर उपप्रमुख के पति द्वारा जबरन बेचे जाने लेकर ही हुआ है. प्रभारी थानाध्यक्ष अरूण कुमार ने बताया कि थानाध्यक्ष मो ईजहार आलम छुट्टी पर हैं. उनके आने के बाद ही दोनों आवेदन की जांच कर कार्रवाई की जायेगी.