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जांच के लिए नहीं पहुंची सीआइडी की टीम
सासाराम(नगर) : इंजीनियर अमर सिंह हत्याकांड की जांच के लिए अब तक सीआइडी की टीम नहीं पहुंची है. गौरतलब है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लेरूआ निवासी ललन प्रसाद सिंह का बेटा अमर सिंह उर्फ सुनील कुमार का शव 21 नवंबर, 2015 को एसपी जैन कॉलेज के समीप एक पेड़ से लटकते हुए पुलिस ने […]
सासाराम(नगर) : इंजीनियर अमर सिंह हत्याकांड की जांच के लिए अब तक सीआइडी की टीम नहीं पहुंची है. गौरतलब है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लेरूआ निवासी ललन प्रसाद सिंह का बेटा अमर सिंह उर्फ सुनील कुमार का शव 21 नवंबर, 2015 को एसपी जैन कॉलेज के समीप एक पेड़ से लटकते हुए पुलिस ने बरामद की थी.
22 नवंबर को मृतक का भाई अनिल कुमार ने मृतक की पत्नी मीनू सिंह, ससुर राम रतन सिंह, साढू अमरजीत सिंह व मीने के मामा राजेंद्र सिंह व दिनेश सिंह के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी में छह माह बाद पुलिस एक आरोपित अमरजीत सिंह को दो अप्रैल, 2016 को गिरफ्तार कर जेल भेज दी थी. मामले की मुख्य अारोपित मीनू सिंह की गिरफ्तारी के मृतक की मां व भाई पुलिस प्रशासन पर धरना व प्रदर्शन कर दबाव बनाते रहे. इधर, गिरफ्तारी से बेपरवाह मीनू सिंह करगहर थाना क्षेत्र के डिभियां उच्च विद्यालय में पढ़ाती रही. भाई मीनू सिंह ने ऑडियो वीडियो बना पुलिस से गुहार लगाते लगाते निराश हो गये़
वे मां राजमुनी देवी के साथ मुख्यमंत्री से न्याय मांगने पटना पहुंच गये. लेकिन, मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो सकी. ज्ञापन दे कर नेता पतिपक्ष प्रेम कुमार से मिले. उन्होंने विधानसभा में इंजीनियर अमर सिंह हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए गंभीरता से सदन में आवाज उठाया़ अगले दिन अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था आलोक राज मृतक की मां व भाई से मिले.
सारी बातें सुनने के बाद उन्होंने माल में की जांच सीआइडी से कराने का आश्वासन दिया. एक माह बीत गया अब तक मुख्यालय से इस मामले में सीआइडी जांच का कोई पत्र एसपी के नहीं मिला है. और न ही इसकी एसपी को जानकारी है. एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि इंजीनियर हत्या कांड की जांच अब सीआइडी करेगी. इसकी मुझे जानकारी नहीं है. मुख्यालय से कोई पत्र इस मामले का नहीं आया है. केस का अनुसंधान मुफस्सिल थाना की पुलिस कर रही है. बहुत जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
मृतका के भाई अनिल सिंह ने कहा कि छह अगस्त 2016 को अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था आलोक राज व पुलिस महानिरीक्षक अपराध विनय कुमार से मैं और मेरी मां मिले थे. दोनों अधिकारियों ने मामले की जांच सीआइडी से कराने का आश्वासन दिया था.
अब तक रोहतास एसपी के पास इससे संबंधित पत्र नहीं आया है. इसके लिए फिर दोनों अधिकारियों से मिल कर न्याय की गुहार लगाया जायेगा. जब तक न्याय नहीं मिलेगा मैं चुप नहीं बैठूंगा. चाहे इसके लिए मां को ले कर प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से क्यों न मिलना पड़े. जब तक हत्यारों को सजा नहीं मिलेगी मेरे भाई की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी.
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