पहले भी कई बार शाम होने के बाद इस सड़क पर अंधेरे में छिनैती व नाली में गिरने की हो चुकी है घटनाएं
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एक तो गड्ढा, ऊपर से अंधेरा, रात में मुश्किल होता है घर पहुंचना
पहले भी कई बार शाम होने के बाद इस सड़क पर अंधेरे में छिनैती व नाली में गिरने की हो चुकी है घटनाएं डेहरी कार्यालय : जीटी रोड से न्यू एरिया जोड़ा मंदिर हो कर रेलवे स्टेशन तक जाने वाली मुख्य सड़क पर शाम होने के बाद बिना किसी सहारे के चलना संभव नहीं है. […]
डेहरी कार्यालय : जीटी रोड से न्यू एरिया जोड़ा मंदिर हो कर रेलवे स्टेशन तक जाने वाली मुख्य सड़क पर शाम होने के बाद बिना किसी सहारे के चलना संभव नहीं है. यह सड़क पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. इस रात में दिक्कत यह कि एक जगह भी स्ट्रीट लाइट जलता नहीं मिलेगा. पहले भी कई बार शाम होने के बाद इस सड़क पर अंधेरे में छिनैती व नाली में गिरने की घटनाएं हो चुकी है. हालांकि, बीच में कुछ दिनों में उक्त रास्ते पर सोलर लाइट व खंभों पर बल्ब जलन के कारण रात में भी लोग बेहिचक आते-जाते थे. लेकिन बत्तियों के बुझने के बाद फिर पहले जैसी ही हातल हो गयी है.
करीब आधा दर्जन वार्डों के लोगों के आने-जाने के लिए उपयोगी
एलइडी नहीं तो बल्ब ही जला दे नप प्रशासन
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि कई बार नगर पर्षद में दमदार वार्ड सदस्य को भेजे जाने के बावजूद उक्त रोड में न तो समुचित प्रकाश की व्यवस्था हो पाई है व न ही नाली को दुरुस्त किया गया है.सड़क की स्थिति भी खस्ता हाल है. करीब आधा दर्जन वार्डों के लोगों के लिए लाइफ लाइन का काम करने वाला उक्त सड़क रात में लोगों को भयभीत करता दिखता है. लोगों का यह भी कहना है कि स्ट्रीट लाइट नहीं सही मोहल्ले के पोलों पर पूर्व की भांति अगर छोटे-छोटे एलईडी बल्ब प्रशासन द्वारा जला दिया जाता तो सड़क पर अंधेरे की समस्या को दूर किया जा सकता था. नप प्रशासन वार्डों में रहने वाले लोगों से टैक्स की राशि तो वसूल करता है, लेकिन लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराता क्या यह न्याय संगत है.
फोरलेन से न्यू एरिया जोड़ा मंदिर जाने के लिए प्रयोग में आने वाली सड़क वर्षों से रात होते ही अंधेरे में डूब जाता है. इससे महिला, बच्चियों व बच्चों का शाम होने के बाद घर से निकालना मुश्किल हो जाता है.
राकेश कुमार
न्यू एरिया जोड़ा मंदिर सड़क में अंधेरे का लाभ उठा कर कभी भी अपराधियों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है. इसलिए सड़क पर नप द्वारा प्रकाश की व्यवस्था अविलंब करानी चाहिए.
लक्ष्मण प्रसाद
चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा सड़क पर प्रकाश की व्यवस्था करने के बड़े-बड़े दावे किये जाते हैं. लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद पहले की भांति ही शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है.
भूदेव सिंह
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