पर्यावरण से खिलवाड़. पीपल के वृक्ष के नीचे बनाया जा रहा सार्वजनिक शौचालय
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शौचालय बनते ही सूख जायेगा वृक्ष जड़ काट कर हो रहा टंकी का निर्माण
पर्यावरण से खिलवाड़. पीपल के वृक्ष के नीचे बनाया जा रहा सार्वजनिक शौचालय फजलगंज में इनलेट नहर के किनारे निर्माण का स्थानीय लाेग कर रहे हैं विरोध पीपल के नीचे लोग करते हैं धार्मिक अनुष्ठान सासाराम नगर : नगर पर्षद की ओर से गैस एजेंसी मोड़ फजलगंज स्थित इनलेट नहर के किनारे सार्वजनिक शौचालय का […]
फजलगंज में इनलेट नहर के किनारे निर्माण का स्थानीय लाेग कर रहे हैं विरोध
पीपल के नीचे लोग करते हैं धार्मिक अनुष्ठान
सासाराम नगर : नगर पर्षद की ओर से गैस एजेंसी मोड़ फजलगंज स्थित इनलेट नहर के किनारे सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है. संवेदक पीपल के एक विशाल वृक्ष के नीचे उसकी जड़ को काट कर शौचालय का टंकी बना रहा है. उक्त वृक्ष का आधा जड़ अर्थमूवर से काट दिया गया है, जिससे पेड़ कभी भी सूख सकता है.
स्थानीय लोगों के विरोध किये जाने के बाद भी संवेदक निर्माण कार्य बंद नहीं कर रहा है. शहर में वैसे भी पेड़ों की संख्या दिनोंदिन
कम होती जा रही है. लगातार विभन्न कार्य को लेकर हरे पेड़ों को काटा जा रहा है. पीपल का पेड़ मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है. स्थानीय लोग उक्त पेड़ को वर्षोें से सहेज कर रखे हैं. उक्त पेड़ के नीचे लोग धार्मिक अनुष्ठान करते हैं. लोगों की उस पेड़ से भावनाएं जुड़ी हुई हैं. उक्त स्थल के इर्द-गिर्द सरकार की पर्याप्त भूमि है, लेकिन दबंग संवेदक की जिद के आगे स्थानीय लोग बेबस हैं.
नगर पर्षद शहर में 14 सार्वजनिक शौचालयों का करा रही निर्माण : नगर पर्षद शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 14 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करा रहा है, जिसमें तीन शौचालय पुराने जीटी रोड के किनारे बनाये जा रहे हैं. इनमें एक शौचालय निशांत सिनेमा के सामने का निर्माण बंद करा दिया गया है. क्योंकि शौचालय के नीचे पेयजलापूर्ति का मुख्य पाइप है. दूसरा हॉलीडे स्कूल के सामने निर्माण चल रहा है, जो पुराने जीटी रोड के पास है. मार्च में सड़क चौड़ीकरण का कार्य शुरू होनेवाला है और निर्माणाधीन शौचालय चौड़ीकरण के जद में आयेगा, तो निश्चित रूप से उक्त शौचालय को तोड़ना पड़ेगा और सरकारी राशि का दुरुपयोग होगा.
क्या कहते हैं अंचल अधिकारी
जब निर्माण स्थल के इर्द-गिर्द बिहार सरकार की पर्याप्त भूमि है, तो फिर संवेदक के पेड़ काे नुकसान पहुंचा कर निर्माण कार्य करना एक गंभीर मामला है. निर्माण स्थल की तुरंत जांच कर नप को निर्माण कार्य बंद कराने के लिए अधिकारी से बात की जायेगी.
संजय कुमार झा सज्जन, अंचल पदाधिकारी (सासाराम)
लोगों की राय
पुरा विश्व पर्यावरण संतुलन पर काम कर रहा है कि कैसे पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके. पीपल के वृक्ष को वर्षों से सहेज कर रखा गया है. हमेशा उसकी जड़ पर मिट्टी डालते रहते हैं कि किसी तरह पेड़ सुरक्षित रहे. संवेदक ने एक ही झटके में उसकी आधी जड़ को काट डाला.
भुलन पासवान, फजलगंज
पीपल के वृक्ष से मुहल्ले के लोगों की धार्मिक भावना जुड़ी है. पूजा-पाठ से लेकर श्राद्ध कार्य इसी वृक्ष के नीचे संपन्न होता है. ऐसा नहीं है कि यहां सरकारी भूमि नहीं है. पर्याप्त भूमि है, जहां इस तरह के 10 शौचालय बनाये जा सकते हैं.
मुकेश गुप्ता, फजलगंज
जांच कर होगी सख्त कार्रवाई
इस मामले की तत्काल जांच के लिए नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है. अगर पेड़ को नुकसान पहुंचा कर संवेदक निर्माण करा रहा है, तो सख्त कार्रवाई होगी.
अनिमेष कुमार पराशर, डीएम रोहतास
क्या कहती हैं मुख्य पार्षद
किसी भी वृक्ष को नुकसान पहुंचा कर निर्माण कार्य करना कानूनन गलत है. मैं स्वयं स्थल का जांच करूंगी. अगर संवेदक ने उक्त पेड़ को नुकसान पहुंचाया गया होगा, तो नि:सदेंह उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी.
कंचन देवी, मुख्य पार्षद
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