सूर्य षष्ठी. छठ को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी, घाट पर जुटेंगे श्रद्धालु
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महत्वपूर्ण घाटों की होगी निगेहबानी
सूर्य षष्ठी. छठ को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी, घाट पर जुटेंगे श्रद्धालु शनिवार से छठ व्रतियों का 36 घंटे का िनर्जला उपवास शुरू हो गया. अस्ताचलगामी सूर्य को आज अर्घ दिया जायेगा. पूर्णिया : सूर्योपासना के पर्व छठ का पहला अर्घ रविवार की शाम दिया जायेगा. जबकि सोमवार को उदीयमान सूर्य की उपासना की जायेगी. […]
शनिवार से छठ व्रतियों का 36 घंटे का िनर्जला उपवास शुरू हो गया. अस्ताचलगामी सूर्य को आज अर्घ दिया जायेगा.
पूर्णिया : सूर्योपासना के पर्व छठ का पहला अर्घ रविवार की शाम दिया जायेगा. जबकि सोमवार को उदीयमान सूर्य की उपासना की जायेगी. पर्व को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है. मौके पर महत्वपूर्ण छठ घाटों पर विशेष चौकसी बरती जायेगी. इसके लिए प्रशासन द्वारा दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की भी तैनाती की गयी है.
जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल व पुलिस अधीक्षक निशांत कुमार तिवारी द्वारा इस बाबत संयुक्त आदेश भी जारी किया गया है. जिसमें ड्यूटी पर लगाये गये अधिकारियों को निर्धारित स्थल पर समय से पूर्व ही शनिवार के दिन के दो बजे तक उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. वही इसके उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही गयी है.
जहां पानी गहरा, वहां होगी बैरिकेटिंग की व्यवस्था : जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर भी व्यापक कदम उठाये हैं. इसके तहत गहरे पानी वाले छठ घाटों पर बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गयी है.
वही सावधानी संबंधी संदेश के बोर्ड भी लगाये गये हैं. इसके अलावा घाटों पर स्थानीय गोताखोरों की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है. किसी भी प्रकार की भगदड़ की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए घाटों पर आगमन व प्रस्थान के मार्गों पर भी पुलिस पदाधिकारी व बल की तैनाती की गयी है. घाटों पर वॉच टावर का भी निर्माण कराया गया है. इसके अलावा कई महत्वपूर्ण स्थलों पर मेडिकल टीम की तैनाती भी की गयी है. सभी एसडीएम, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष को गतिशील रह कर घाटों का नियमित निरीक्षण का निर्देश दिया गया है.
घाट के रास्ते पर भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित: जिला प्रशासन ने सड़क दुर्घटना के मद्देनजर छठ घाट तक पहुंचने वाले सड़क मार्गों में भी पुलिस तथा दंडाधिकारी की तैनाती की है. साथ ही आदेश दिया है कि छठ घाट तक पहुंचने वाले रास्तों पर संध्याकालीन अर्घ के दौरान शाम तीन बजे से सात बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
इसके अलावा सुबह के अर्घ के दौरान भी यह आदेश लागू होगा. साथ ही घाटों पर रोशनी व अन्य आवश्यक व्यवस्था के बाबत भी प्रशासन ने निर्देश जारी किया है. अफवाह पर नियंत्रण को लेकर भी प्रशासन ने जगह-जगह गुप्तचर तैनात किये हैं. साथ ही आम लोगों से भी सूचना देने की अपील की है. इसके लिए जिला कंट्रोल रूम में भी विशेष तौर पर अधिकारियों की तैनाती की गयी है. अपर समाहर्ता डा रवींद्र नाथ को कंट्रोल रूम का वरीय पदाधिकारी नियुक्त किया गया है.
संध्याकालीन अर्घ के दौरान शाम तीन से सात बजे तक भारी वाहनों का वर्जित रहेगा प्रवेश
अफवाह पर नियंत्रण को लेकर भी प्रशासन ने जगह-जगह तैनात किये हैं गुप्तचर, साथ ही आम लोगों से भी सूचना देने की अपील की है
पटाखे जलायें, लेकिन घाट से दूर
छठ घाटों पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटनाओं से निबटने के लिए प्रशासन ने हर संभव कदम उठाये हैं. इसके तहत अग्निशमन विभाग के अधिकारी व कर्मियों को भी अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही प्रशासन ने आम लोगों से भी पटाखे का प्रयोग छठ घाट पर नहीं करने की अपील की है. प्रशासन ने कहा है कि घाट पर पूजा में प्रयुक्त होने वाले अधिकतर बर्तन बांस के बने होते हैं, जिसमें आसानी से आग लग सकती है. ऐसे में घाट के समीप आतिशबाजी खतरनाक साबित हो सकता है.
प्रशासन ने पटाखे का प्रयोग घाट से दूर हट कर करने की अपील की है. इसके लिए ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को भी माइकिंग कराने को कहा गया है. जारी संयुक्त आदेश में डीएम व एसपी ने कहा है कि वे स्वयं भी छठ घाटों का जायजा लेंगे. वही ड्यूटी से अनुपस्थित पाये जाने वाले कर्मी अथवा अधिकारी के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.
घाट पर ही विश्राम करेंगे अधिकारी
डीएम एवं एसपी द्वारा जारी आदेश के अनुसार छठ घाटों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी छह नवंबर की रात्रि में छठ घाट पर ही विश्राम करेंगे और लगातार छठ घाटों की निगरानी करेंगे. दूसरे दिन अर्घ समाप्ति के उपरांत भीड़ समाप्ति तक अपने स्थान पर बने रहेंगे और दो बजे दिन के बाद उनकी ड्यूटी समाप्त मानी जायेगी.
सभी थानाध्यक्ष को छह नवंबर की रात्रि में सघन गश्ती का निर्देश दिया गया है. क्योंकि सात नवंबर की सुबह वाले अर्घ में छठ व्रती रात्रि के अंधेरे में ही अपने परिजनों के साथ छठ घाट के लिए निकल जाते हैं. रात्रि गश्ती में बीडीओ और सीओ भी मौजूद रहेंगे. छठ घाटों पर चौकीदार और दफादार की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने का भी निर्देश सभी थानाध्यक्ष को दिया गया है.
संवेदनशील घाट पर होगी एंटी सबोटेज जांच : पूर्व की घटनाओं के मद्देनजर डगरूआ और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुछ घाटों को संवेदनशील माना गया है. इन घाटों की 06 नवंबर को एंटी सबोटेज जांच का निर्देश भी दिया गया है. दमका नहर स्थित छठ घाट पर अर्घ के दौरान एनएच 31 पर तीन घंटा पूर्व से ही दोनों तरफ से वाहनों का परिचालन स्थगित रहेगा. इसके अलावा विद्युत विभाग को सभी महत्वपूर्ण घाट जहां बिजली का तार गुजरा है और व्रतियों के गुजरने वाले रास्तों पर निरीक्षण का भी निर्देश दिया गया है. लूज वायर को ठीक करने और आवश्यकतानुसार वायर गार्ड भी लगाने का निर्देश दिया गया है.
आठ स्थानों पर लगाये गये बैरियर : छठ के मौके पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए आठ स्थानों पर बैरियर लगाये गये हैं. बैरियर के आगे वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा. इन बैरियर में एनसीसी ग्राउंड के पास बैरियर एवं पार्किंग की व्यवस्था की गयी है. जबकि विश्वश्वरैया भवन के पास बैरियर, सिटी नाका के पास बैरियर एवं पार्किंग, महेंद्रा शोरूम के पास बैरियर, जीरो माइल के पास बैरियर, मां फर्नीचर एवं गुंडा चौक के पास बैरियर के अलावा नेवालाल चौक और आस्था मंदिर के पास बैरियर बनाये गये हैं. यातायात पुलिस निरीक्षक रामेश्वर ने बताया कि 06 नवंबर को दोपहर 02 बजे से शाम के 07 बजे तक और 07 नवंबर को प्रात: 03 बजे से सुबह के 08 बजे तक बैरियर से आगे वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा.
बोले डीएम
छठ के बाबत प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है. सभी छठ घाटों पर सफाई व्यवस्था से लेकर सुरक्षा तक के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. अफवाहों से बचने की जरूरत है और छठ घाटों पर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
पंकज कुमार पाल, डीएम, पूर्णिया
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