पूर्णिया : दीपावली हर साल खुशियां एवं उमंग लेकर आती है. इस उमंग को प्रदर्शित करने के लिए रोशनी एवं आतिशबाजी कर खुशी का इजहार लोग करते हैं. लेकिन यह खुशी कभी-कभी इंसानी जिंदगी की रोशनी ही बुझा देती है या फिर जिंदगी भर के लिए अभिशाप साबित होती है. आतिशबाजी करते समय थोड़ी सी […]
पूर्णिया : दीपावली हर साल खुशियां एवं उमंग लेकर आती है. इस उमंग को प्रदर्शित करने के लिए रोशनी एवं आतिशबाजी कर खुशी का इजहार लोग करते हैं. लेकिन यह खुशी कभी-कभी इंसानी जिंदगी की रोशनी ही बुझा देती है या फिर जिंदगी भर के लिए अभिशाप साबित होती है. आतिशबाजी करते समय थोड़ी सी सावधानी बरतने पर इन दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है. वैसे स्वास्थ्य विभाग दीपावली को लेकर आपातकालीन सेवा को अलर्ट कर दिया है.
वही जिले के तमाम चिकित्सा पदाधिकारी को पीएचसी में तैनात रहने का निर्देश दिया है.
दीपावली के दौरान आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण तीन गुना बढ़ जाता है. डॉक्टरों के अनुसार दम घोंटू के साथ ही धूंए से सांस से जुड़ी बीमारी के लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है. अस्थमा मरीजों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. इसके अलावा आंखों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक अनार पटाखा होता है. वही पटाखों की आवाज से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्ग व कमजोर दिल के मरीजों को होता है. ऐसे मरीजों को दिल का दौरा आने की भी संभावना रहती है.
मुस्तैद रहेगी आपातकालीन सेवा
दीपावली के मद्देनजर सिविल सर्जन डा एमएम वसीम ने सदर अस्पताल के आपातकालीन सेवा में डॉक्टरों को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है. दीपावली में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. इसके अलावा सिविल सर्जन ने जिले के तमाम पीएचसी में भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा है. जारी निर्देश में कहा गया है कि ड्यूटी में कोताही बरतने वाले अधिकारी व कर्मियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी. वे स्वयं इसकी निगरानी करेंगे.