दो वर्ष बाद भी राहत नहीं. प्रोजेक्ट रिपोर्ट नहीं हो पायी है सार्वजनिक
Advertisement
तकलीफ बांट रहा है सिक्स लेन
दो वर्ष बाद भी राहत नहीं. प्रोजेक्ट रिपोर्ट नहीं हो पायी है सार्वजनिक 2014 के अप्रैल से जारी सिक्स लेन सड़क निर्माण कार्य 28 महीने बाद भी फाइनल नहीं हो पाया है. निर्माण कंपनी फोर्ड को जीरो माइल तक जगह मुहैया करायी गयी है. पिचिंग कार्य कर डिवाइडर का निर्माण भी पूरा करना है. स्थिति […]
2014 के अप्रैल से जारी सिक्स लेन सड़क निर्माण कार्य 28 महीने बाद भी फाइनल नहीं हो पाया है. निर्माण कंपनी फोर्ड को जीरो माइल तक जगह मुहैया करायी गयी है. पिचिंग कार्य कर डिवाइडर का निर्माण भी पूरा करना है. स्थिति यह है कि सड़क निर्माण कार्य को लेकर प्रोजेक्ट रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हो पायी है. न ही कोई सड़क निर्माण को लेकर फिक्रमंद है.
पूर्णिया : सड़क निर्माण कंपनी द्वारा जैसे-तैसे सड़क निर्माण के बाद डिवाइडर का निर्माण भी आनन-फानन में किया जा रहा है. हालात यह है कि कई जगह सड़क बनने के साथ ही दब गयी है. डिवाइडर भी बनने के साथ ही टूटने लगे हैं. विडंबना यह कि डिवाइडर निर्माण कर रही कंपनी सड़क पर ही सीमेंट बालू रख कर निर्माण का कचरा छोड़ जाती है. इससे सड़क पर चलती गाड़ियों से उड़ते धूल तकलीफ देते हैं. दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. वहीं दूसरी तरफ पुल निर्माण विभाग की लेट लतीफी के कारण लोग काल कवलित हो रहे हैं.
पुल निर्माण में भी है पेच : सिक्स लेन सड़क निर्माण में एक बड़ा पेच पुल-पुलिया का निर्माण भी है. सड़क निर्माण कंपनी की मानें तो सड़क निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. पुल-पुलिया के निर्माण के अभाव में फाइनल टच नहीं दिया जा सका है. बता दें कि सिक्स लेन सड़क पर पुल पुलिया निर्माण को लेकर पुल निगम द्वारा टेंडर को लेकर लापरवाही बरतने के कारण सिक्स लेन का मामला फंसा पड़ा है.
उदासीनता का भेंट चढ़ा सिक्स लेन : सिक्स लेन सड़क निर्माण को लेकर प्रारंभ से ही लगातार प्रोजेक्ट में बदलाव और प्रशासनिक उदासीनता दिखती रही पहले सिक्स लेन सड़क की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बदली. फिर सड़क निर्माण कार्य की मजबूती से समझौता किया गया. उसके बाद अब डिवाइडर के निर्माण में बरती जा रही शीघ्रता में यह है कि बनने के साथ ही टूटना प्रारंभ हो चुका है. बड़ी बात तो यह है कि करोड़ों के लागत से बनने वाली सड़क की मजबूती और निर्माण में लापरवाही पर कोई लगाम लगाने वाला भी नहीं है.
दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं लोग
राहगीर हो रहे हैं परेशान
बीते दिनों पुलिया में गिर कर मौत हुई. दुर्घटनाओं के बावजूद प्रशासन और विभाग तथा सड़क निर्माण कंपनी सबक नहीं ले रही है. डिवाइडर निर्माण कार्य बीच सड़क पर सीमेंट, गिट्टी, बालू इत्यादि रख कर किया जा रहा है. डिवाइडर निर्माण के बाद कंपनी के कर्मचारी सड़क पर ही गिट्टी बालू छोड़ चल देते हैं. उड़ती धूल आंखों की परेशानी और हादसों का कारण बन रहा है.
पुल निगम को नहीं मिल रहे संवदेक
एक वर्ष से अधिक समय के बाद भी पुल निगम विभाग पुल-पुलिया निर्माण को लेकर संवेदक नहीं खोज पाया है. जानकारों की मानें तो बीते माह निविदा के उपरांत टेंडर गिरा था. लेकिन निर्माण कार्य के लिए निर्धारित राशि के कारण कोई संवदेक तैयार नहीं हो पाया. समस्या चाहे जो हो लेकिन नुकसान आम लोगों का ही हो रहा है. सिक्स लेन पूरा होने का इंतजार है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement