28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रेलकर्मियों ने दोहराया 11 से चक्का जाम का निर्णय

पूर्णिया : रेलवे इम्पलाइज यूनियन की पूर्णिया शाखा की ओर से केंद्र सरकार एवं रेल मंत्रालय के विरूद्ध अपनी मांगों के समर्थन में शनिवार की देर शाम कैंडल मार्च निकाला गया. इसके साथ ही धरना भी दिया गया और एक बार फिर 11 जुलाई से रेल चक्का जाम आंदोलन की घोषणा की गयी. दरअसल एनएफ […]

पूर्णिया : रेलवे इम्पलाइज यूनियन की पूर्णिया शाखा की ओर से केंद्र सरकार एवं रेल मंत्रालय के विरूद्ध अपनी मांगों के समर्थन में शनिवार की देर शाम कैंडल मार्च निकाला गया. इसके साथ ही धरना भी दिया गया और एक बार फिर 11 जुलाई से रेल चक्का जाम आंदोलन की घोषणा की गयी. दरअसल एनएफ रेलवे कर्मचारी यूनियन ने संगठन के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान और केंद्र सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ यह निर्णय लिया है.

शनिवार को देर संध्या रेल इम्पलाइज यूनियन के सदस्यों ने कटिहार रेल मंडल के अध्यक्ष मनीष कुमार के नेतृत्व में कैंडल मार्च पूर्णिया जंक्शन परिसर से निकाला. कैंडल मार्च स्टेशन रोड, खुश्कीबाग भ्रमण के बाद पुन: जंक्शन पर आकर धरना में तब्दील हो गया

धरना के दौरान अपने संबोधन में मंडल अध्यक्ष ने कहा कि सातवें वेतन आयोग को लेकर वर्षों से सरकार टाल-मटोल का रवैया अपना रही है. कर्मचारियों की मांगों पर केंद्र सरकार के रवैया के विरूद्ध संगठन ने यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 26 हजार, रेलवे से नई पेंशन नीति को खत्म करना, प्रति वर्ष वेतनमान में 5 प्रतिशत की वृद्धि, पूर्व में की गयी सभी भर्ती को पूर्ववत बहाल रखना एवं उसमें इजाफा करना, संरक्षा कमेटियों के लिए अतिरिक्त भत्ता का निर्धारण, 8 घंटे की कार्य अवधि आदि मांगों को लेकर चक्का जाम करने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान यूनियन के शाखा सचिव विकास कुमार विक्की, संयुक्त सचिव रवींद्र कुमार ने भी धरना को संबोधित किया. वहीं धरना की अध्यक्षता अवधेश कुमार ने की. मौके पर जेएस नायक, संजीव साह, गोविंद मेहता, मसुद अली अंसारी, संजय सिंह, राजेश कुमार, आलोक यादवेंदु, विकास इत्यादि मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें