भवानीपुर/पूिर्णया : बदलते मौसम से किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है. चिलचिलाती धूप के बीच गिराया हुआ धान का बीज सही रूप से अंकुरित नहीं हो पा रहा है, जिससे धान का उत्पादन प्रभावित होना तय माना जा रहा है. केला किसान भी काफी परेशान हैं. क्योंकि अभी केला का फूटने का समय है
और पानी के अभाव में केला सही ढंग से प्रस्फुटित नहीं हो पा रहा है. किसान अगर पानी खेत में डालते भी हैं तो समय ज्यादा लगता है और खर्च भी अधिक आता है. प्रखंड वासियों के लिए धान की खेती मुख्य है. अगर धान की फसल अच्छी नहीं हुई तो अन्य खेती के साथ-साथ किसानों का व्यक्तिगत विकास भी अवरुद्ध होगा.