पूर्णिया : सीएम मंच पर थे और जीविका की दीदीयां अपना अनुभव साझा कर रही थी. अचानक सबकी आंखें भर आयी, सीएम का भी ध्यान माइक की ओर आ गया. दरअसल किशनगंज के कोचाधामन से आयी दीदी उर्मिला देवी ने भरे गले से सीएम को जो दुआएं दी, वह हर किसी के रोंगटे खड़े करने के लिए काफी था. उसने बताया कि उसके पति मिठाई दुकान चलाते थे और शराब की लत ने उनकी जान ले ली. उनका एकमात्र पुत्र भी शराब का आदी था.
घर आने पर पत्नी और बच्चों को पीटता था. शराब के कारण उसकी किडनी खराब हो गयी और इलाज के पैसे के अभाव में उसका देहांत हो गया. हालांकि कुछ पैसे जीविका की स्वयं सहायता समूह की मदद से जुटाये थे, लेकिन वह काम का न रहा. उर्मिला ने कहा ‘ मेरा बेटा भले ही न रहा हो मुख्यमंत्री जी, पर आपने जो किया है उससे आपने हजारों बेटों की जान बचा ली ’. कटिहार के गरभैली से आयी रेखा देवी,
पूर्णिया के बड़हरा कोठी प्रखंड से आयी सुजानवती देवी व रूपौली से आयी धनवंती देवी ने भी अपने अनुभव साझा किये. इस क्रम में दीदीयों ने बताया कि किस प्रकार शराबबंदी अभियान में उन्होंने सक्रिया भूमिका निभायी. साथ ही यह भी बताया कि किस प्रकार उन्हें सामाजिक स्तर पर इस अभियान के लिए परेशानी के दौर से गुजरना पड़ा.