सोमवार की अहले सुबह पौने छह बजे के आस पास नवजात के साथ उसकी मां एवं अन्य परिजन सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन आरंभ कर दिया. लाइन बाजार अस्पताल गेट के सामने एनएच पूरी तरह से जाम हो गया. इस घटना से आक्रोशित भीड़ ने जाम में खड़े वाहनों के शीशे भी चटकाये. लाइन बाजार में जाम लगने की सूचना मिलते ही के हाट थानाध्यक्ष ललेश कुमार मंडल सदल बल मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझा बुझा कर शांत कराया.
घटना की सूचना मिलते ही सिविल सर्जन डॉ एम एम वसीम,डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह,अस्पताल प्रबंधक अभिषेक कुमार भी मौके पर पहुंचे. स्थिति का जायजा लिया. साथ ही सिविल सर्जन द्वारा दोषी पर आवश्यक कार्रवाई के आश्वासन के बाद जाम समाप्त हुआ.
बोले परिजन : उम्रकैद नहीं, होनी चाहिए थी फांसी!
पूर्णिया : चर्चित बस ऑनर पुनीत चौधरी हत्याकांड में न्यायालय द्वारा अभियुक्त नीरज यादव व किशोर कुमार को आजीवन कारावास एवं 4.50 लाख रूपया जुर्माने की सजा सुनाये जाने के फैसले का स्वागत करते हुए मृतक के परिजनों ने कहा कि हत्यारोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी. जिस प्रकार से दोनों ने पुनीत की नृशंस हत्या किया, उसमें आजीवन कारावास की सजा कम है. न्यायालय का फैसला सुनने के बाद पुनीत की मां पूनम देवी फफक-फफक कर अपने बेटे को याद कर रोने लगी और कहा कि मेरा परिवार तो बरबाद हो गया. हालांकि उन्होंने न्यायालय के फैसले का स्वागत किया. फिर कहा कि जो भी सजा मिली है, वह कम है.
धमकी दे रहे थे आरोपी
पुनीत हत्याकांड के सबसे अहम गवाह रामनगर के खगेंद्र प्रसाद सिन्हा ने कहा कि उन्हें नीरज यादव व उसके सहयोगियों द्वारा विरोध में गवाही नहीं देने के लिए लगातार धमकी दी जा रही थी. मुहल्ले में नीरज यादव का लोगों में खौफ था, पर उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए न्यायालय में निष्पक्ष गवाही दी.
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 03 अगस्त 2015 को दोपहर करीब 01:30 बजे पुनीत चौधरी लालगंज रोड से रामनगर की ओर बाइक से आ रहा था. ठीक उनके घर के सामने नीरज यादव व किशोर यादव ने उसे रोक कर रंगदारी की मांग की. विरोध किये जाने पर दोनों ने उसकी पिटाई करने लगे और पिस्टल के बट से उसके सर पर प्रहार कर लहू-लुहान कर दिया. फिर दोनों उसे अधमरा अवस्था में कार में उठा कर लालगंज सड़क की ओर से बायपास रोड की ओर चला गया.
इस कांड के दूसरे अहम गवाह मृतक पुनीत के चाचा अमित रंजन थे. उन्होंने बताया कि गवाही नहीं देने हेतु उन्हें कई बार धमकी दी गयी. यहां तक कि जेल में बंद नीरज द्वारा फोन पर लगातार जान मारने की धमकी दी जा रही थी. पुलिस ने उन्हें भरपूर सहयोग किया, जिससे वे भयमुक्त होकर गवाही दे सके.
राघोपुर : करजाईन थाना क्षेत्र अंतर्गत मोतीपुर पंचायत के दुधाधारी गांव में एक 35 वर्षीय विवाहिता की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. घटना का कारण बच्चों का विवाद बताया जा रहा है. मृतका सुशीला देवी की मां मीणा देवी के आवेदन पर करजाईन थाना में 57/16 दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है.
इस बाबत मृतका की मां अररिया जिला के नरपंतगंज थाना क्षेत्र के खैराकोसकाही गांव निवासी मीणा देवी ने थाना को दिये आवेदन में कहा है कि उनके दामाद अजीत सिंह मुंबई में रह कर मजदूरी करते हैं. दुधाधारी गांव में उनकी पुत्री अकेले रह कर बच्चे का लालन-पालन करती थी.
पड़ोिसयों पर आरोप : रविवार की रात बच्चों के झगड़ा का बहाना लेकर पड़ोसी सीताराम सिंह, प्रेम सिंह, जवाहर सिंह, जामुन सिंह,बबलू सिंह, शंकर सिंह आदि ने पीट-पीट कर सुशीला देवी की हत्या कर दी. घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे करजाईन थानाध्यक्ष ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
सुपौल
करजाईन के दुधाधारी गांव की घटना
बच्चों के विवाद में दिया गया वारदात
को अंजाम
सहरसा